सियासत में अहम मुकाम हासिल करने की जद्दोजहद में जुटे मौलाना तौकीर रजा खां ने आखिरकार अपनी पार्टी इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल [आइएमसी] को तहलील कर दिया। आगे के सियासी सफर के लिए उन्होंने आचार्य प्रमोद कृष्णम के साथ मिलकर हिंदुस्तान यूनाइटेड मूवमेंट [हम] की तश्कील का ऐलान किया है। आचार्य को नयी तश्कील पार्टी का सदर बनाया गया है जबकि मौलाना के पास कंवेनर का ओहदा रहेगा।
नई पार्टी के रजिस्ट्रेशन की तैयारियां शुरू हो गई हैं। जल्द ही दिल्ली में कुछ बड़े एलान होंगे। सपा से तल्ख रिश्ते, लोकसभा इत्तेहाद टूटने और लाल बत्ती छोड़ने को लेकर सुर्खियों में रहे मौलाना तौकीर के मुस्तकबिल को लेकर मुसलसल कयासबाजी चल रही थी।
जुमेरात के रोज़ मौलाना ने सारे मुज़ाकरात पर वक्फा ( रोक) लगाते हुए सियासी धमाका किया। अपने इस फैसले के पीछे मौलाना ने कुछ वजह और सियासी मजबूरियां भी गिनाईं। बोले, मुल्क की सियासत में सेकुलर जमात की जरूरत थी। आइएमसी का नाम उर्दू में था। पूरी तरह मुस्लिम परस्त होने का तमगा भी जुड़ा था। इसी वजह से आम जनता पार्टी से दूर रही।