मौलाना मसूद मदनी पर हिंदू संगठनों का हमला, भाजपा नेता व बजरंगदल के खिलाफ केस दर्ज

देवबंद: उत्तर प्रदेश में सहारनपुर के देवबंद में कुछ हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं और वकीलों ने आज मौलाना मसूद मदनी पर अदालत परिसर में हमला कर दिया। हालांकि पुलिस ने उग्र संगठनों के कार्यकर्ताओं द्वारा मसूद मदनी को पुलिस वाहन से बाहर खींचने की कोशिश नाकाम कर दी। गौरतलब है कि मौलाना पर बलात्कार का आरोप लगाया गया है और इसी सिलसिले में उन्हें आज अदालत में पेशी के लिए लाया गया था।

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न्यूज़ नेटवर्क समूह न्यूज़ 18 के मुताबिक़ मौलाना मसूद मदनी ने मौके पर पहुंचे मीडिया से कहा कि उनके जीवन को खतरा पैदा हो गया था। बड़ी मुश्किल से उनकी जान बची। मसूद मदनी राष्ट्रीय लोकदल (आरएल डी) के पूर्व सांसद और जमीअत उलेमा हिंद के राष्ट्रीय महासचिव मौलाना महमूद मदनी के छोटे भाई हैं। मसूद मदनी पिछले 18 मार्च से सहारनपुर जेल में बंद हैं। आज मुकदमे की पेशी पर वह देवबंद के अतिरिक्त जिलाधिकारी राम नेत्र सिंह यादव की अदालत में पेशी पर आए थे। अदालत ने उन्हें रिमांड बढ़ाकर फिर जेल भेजने के आदेश दिए।

पुलिस ने बताया कि हमलावरों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज की गई है। उन्होंने बताया कि जब मसूद मदनी पेशी से बाहर आकर अदालत परिसर में पुलिस कार में बैठे थे, तो लाठी डंडों से लैस 25 से अधिक विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ताओं और वकीलों ने हमला करके वाहन का शीशा तोड़ दिया। मदनी को घूंसों से पीटा। गुस्साए लोगों ने जमकर नारेबाजी की। उनका आरोप था कि पुलिस मसूद मदनी से साठगांठ किए हुए है और उसे जेल की बजाय बच्चा जेल में रखकर सभी सुविधाएं दी जा रही है। पुलिस ने बलात्कार में शामिल उसके साथियों को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया।

पुलिस ने आज होने वाले हमले की वीडियोग्राफी में कई लोगों के नाम की पहचान कर ली है। इसमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के देवबंद शहर के अध्यक्ष गजराज राणा, गांवों अध्यक्ष उपेंद्र चौधरी, इशान गौड़, बजरंग दल के विकास त्यागी आदि के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई है। बाकी हमलावरों की पहचान की जा रही है। हमला करने वालों में से अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं की गई है।