नई दिल्ली। जमीयत उलेमा- ए- हिंद के मौलाना महमूद मदनी ने साफ कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना स्टेट स्पॉन्सर है और सिमी के सदस्यों को एक साजिश के ला कर तहत हत्या की गई है।
एक टीवी पत्रकार से बातचीत में उन्होंने इस घटना की सख्त मजम्मत की है। उन्होंने ने अपने बातचीत में कहा कि यह कैसा मुल्क है, जिस पर हम फक्र करते हैं? मौलाना महमूद मदनी ने कहा कि वो दहशतगर्द थे या बेकसूर थे, यह इंसाफ़ का मामला है। केस अदालत में चल रहे थे, इस केस को जमीयत उलेमा ए हिंद लड़ रही है और हमारा मशविरा कानूनी सलाहकारों से चल रहे हैं, अगर ग्राउंड बना तो हम इस घटना को भी अदालत में ले जायेंगे।
मौलाना महमूद मदनी ने कहा कि जिस तरह से समाज के जिम्मेदार लोग आवाज उठा रहे हैं, विडियो सामने आने के बाद, निश्चित तौर पर यह गंभीर मामला है और जांच का विषय है। अब मामला हमारे तक सीमित नहीं रहा, यह बात देश में समाज के उन लोगों तक पहुंच गई है जो इंसाफ़ पंसद है।
मौलाना महमूद मदनी ने अपनी बात में साफ़ कहा है कि जिन लोगों ने भी इस नापाक काम कर अंजाम दिया है, जो भी लोग शामिल हैं, हम यकीन के साथ कह सकते हैं कि वो देश के गद्दार है और इंसानियत के दुश्मन हैं। उन सभी अफसरों को सजा दिलाना स्टेट की जिम्मेदारी है। इस घटना में शामिल अफसरों को केंद्र और राज्य सरकारों को नही बचाना चाहिए यह हरकत नाकाबिले बर्दाश्त है, हम इसे बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं।