वादी कश्मीर में एक मौसीक़ी प्रोग्राम के हवाले से होने वाले मुख़ालिफ़त पर बयान देते हुए चीफ़ मिनिस्टर उमर अबदुल्लाह ने आज कहा कि मौसीक़ी कश्मीरी सक़ाफत का ही एक हिस्सा है और उसे ग़ैर कश्मीरी क़रार देना सही नहीं है।
उन्होंने कहा कि हर शख़्स का अपना अलग अलग सियासी नज़रिया होता है ताहम जहां तक मौसीक़ी का मुआमला है ये हमारी सक़ाफत का हिस्सा है। वाज़ह रहे कि एहसास कश्मीर के मौज़ू पर जर्मन सिफ़ारतख़ाने की जानिब से 7 सितंबर को मुनाक़िद किए जाने वाले मौसीक़ी प्रोग्राम के ख़िलाफ़ अलहिदगी पसंदों और सियोल सोसाइटी की जानिब से की जा रही मुख़ालिफ़त पर उमर अबदुल्लाह ने रिमार्क किए और उसे कश्मीरी तहज़ीब का हिस्सा क़रार दिया।