म्यंमार में मुसलमानों पर दो बच्चों के लज़ूम पर नज़र-ए-सानी

यांगून, 4 जून : ( ए एफ पी ) म्यंमार की जानिब से रोहनगया मुसलमानों पर सिर्फ़ दो बच्चों का जो लज़ूम आइद किया गया है इसका जायज़ा लिया जा रहा है । एक आला ओहदेदार ने ये बात बताई जबकि अक़वाम-ए-मुत्तहिदा और हक़ूक़-ए-इंसानी ग्रुप्स की जानिब से तन्क़ीदों के बाद ये बात कही गई है ।

हुक्काम ने गुज़श्ता महीने राखीने सूबा में दो टाऊन में रोहनगया मुसलमानों पर दो बच्चों का लज़ूम आइद कर दिया गया था । ये लज़ूम पहले फ़ौजी जनता के दौर‍ ए‍ इक्तेदार में दो टाउंस ( Towns) में आइद किया गया था । म्यंमार के सदारती तर्जुमान येहतोत ने ए एफ पी को बताया कि जहां तक मर्कज़ी हुकूमत का सवाल है इसने ऐसी किसी पॉलीसी का ऐलान नहीं किया है और हम इसका जायज़ा ले रहे हैं।

उन्होंने कहा कि इस इलाक़ा में आबादी दूसरे इलाक़ों की बनिसबत बहुत ज़्यादा है इसलिए तक़रीबन हर ख़ानदान में समाजी और मआशी मसाइल हैं। उन्होंने कहा कि हुकूमत मुस्तक़बिल में आबादी से मुताल्लिक़ एक पॉलीसी नाफ़िज़ करना चाहती है जो बैनुल अक़वामी मयारात को ज़हन में रखते हुए तैयार की जाएगी ।

अक़वाम-ए-मुत्तहिदा ने इस पाबंदी को बरख़ास्त करने पर ज़ोर दिया था जिसका कहना था कि ये एक इम्तियाज़ी क़ानून है इंसानी हुक़ूक़ की ख़िलाफ़वरज़ी भी है । अपोज़ीशन लीडर आंग सांग सूची ने भी इस क़ानून पर तन्क़ीद की थी ।

उन पर इल्ज़ाम है कि वो अक्सर मुसलमानों के मसाइल पर ख़ामोशी इख्तेयार करती हैं।