इंसानी हुक़ूक़ के तहफ़्फ़ुज़ के लिए काम करने वाले एक ग्रुप ने म्यांमार हुकूमत की तरफ़ से हज़ारों रोहंगिया मुसलमानों के ख़िलाफ़ मुहिम के नतीजे में उन्हें घरों से निकाल कर कैम्पों में रखने और उनके शहरीयत के हुक़ूक़ ख़त्म करने की मुज़म्मत की है।
अमरीकी हुक्काम के मुताबिक़ म्यांमार की नसल प्रस्ताना और ज़ालिमाना कार्यवाईयों पर म्यांमार में मौजूद अमरीकी और दीगर ग़ैर मुल्की सिफ़ारत ख़ानों ने हुकूमत के रोहंगिया मुसलमानों के ख़िलाफ़ मंसूबे के बाअज़ हिस्सों पर तशवीश ज़ाहिर की है।
वाज़ेह रहे रोहंगिया मुस्लमान पिछले कई बरसों से हुकूमत के नसल प्रस्ताना मज़ालिम का निशाना हैं। म्यांमार की आबादी ग्यारह लाख बताई जाती है जिन्हें नसली हवाले से अलग थलग रहने पर मजबूर कर दिया गया है। इस मंसूबे पर अमल के नतीजे में इन ज़ेरे ताब मुसलमानों को अपने इलाक़ों और घरों से बेदख़ल होना होगा।