म्यांमार दुसरे बैरूनी शहरीयों को गै़रक़ानूनी पासपोर्ट दिलाने की कोशिश

हैदराबाद 18 अगस्त:साउथ ज़ोन टास्क फ़ोर्स टीम ने म्यांमार और दूसरे ममालिक के शहरीयों को गै़रक़ानूनी तरीक़ों से पासपोर्ट की इजराई में मदद के इल्ज़ाम में पासपोर्ट ब्रोकर अहसन ज़िया अंसारी के अलावा स्पेशल ब्रांच के एक कांस्टेबल बशीर अहमद और एक होमगार्ड शेख़ सलीम ( पासपोर्ट वेरीफेकेशन सेल) को गिरफ़्तार कर लिया है।

टास्क फ़ोर्स टीम ने एक हिन्दुस्तानी पासपोर्ट आधार कार्ड वोटर आई डी और सेल फोन्स वग़ैरा भी अहसन ज़िया अंसारी के क़बजे से ज़बत किए हैं। कहा गया हैके एहसान ज़िया अंसारी साकिन मुंबई फ़िलहाल मिस्रीगंज हैदराबाद में मुक़ीम है।

इस की तालीम मुंबई में हुई है और वो मुलाज़िमत की तलाश में 2003 मैं हैदराबाद में मुंतक़िल हुआ। छोटे मोटे काम करने के बाद वो डाटा एंट्री ऑप्रेटिंग सिस्टम से वाबस्ता हो गया।

साल 2012 में इस की मुलाक़ात म्यांमार के शहरी मुहम्मद जावेद साकिन शाहीननगर से हुई। बादअज़ां अंसारी की मुलाक़ात स्पेशल ब्रांच कांस्टेबल बशीर अहमद से हुई। अंसारी ने म्यांमार के गै़रक़ानूनी तारकीन-ए-वतन के पासपोर्टस हासिल करने में बशीर अहमद की मदद हासिल की।

अंसारी बशीर अहमद को सरकारी मदद के लिए रिश्वत दिया करता था और एक होमगार्ड सलीम को भी रिश्वत दी जाती थी। इस तरीके से ये लोग म्यांमार के शहरी गै़रक़ानूनी तारकीन-ए-वतन के लिए पासपोर्टस बनवाते थे और उनसे भारी रक़ूमात हासिल करते थे।

इंस्पेक्टर पुलिस एस आई टी के रामा राव‌ ने मुक़द्दमा दर्ज करके तहक़ीक़ात का आआज़ कर लिया है।