म्यांमार में नरसंहार बंद करो: अब याचिका पर हस्ताक्षर करें

म्यांमार में युवा बच्चों, महिलाओं और पुरुषों, बुज़ुर्ग और विकलांग सभी लोगों पर अत्याचार किया जा रहा है, उनको आग लगा दी जाती है, बलात्कार किया जा रहा है, हत्या कर दी जाती है और उनके मकानों को जला दिया जाता है। हमें मानवता के आधार पर कार्रवाई करनी चाहिए क्योंकि वे निर्दोष लोग हैं जो यह दुःख झेल रहे हैं।

3 फरवरी, 2017 को जारी एक ‘फ्लैश रिपोर्ट’ में मानव अधिकार के लिए संयुक्त राष्ट्र के उच्चायुक्त (ओएचसीएचआर) के कार्यालय द्वारा म्यांमार में आयोजित होने वाले मानवता के खिलाफ अपराध के दस्तावेज पर, अभी तक कोई गंभीर कार्रवाई नहीं हुई है।

यह इस तथ्य की परवाह किए बिना है कि 30 अगस्त 2017 को किए गए एक अन्य हालिया रिपोर्ट में यह पाया गया है कि वास्तव में हिंसा वाले जगह पर रह रहे रोहिंगियों की आबादी में दिखाया जा रहा की हिंसा वास्तव में मानवता के खिलाफ अपराधों की काफी हो गयी है।

कहा जाता है कि 10,000 से अधिक रोहिंग्या की हत्याओं के कारण इस कार्रवाई के परिणाम सामने आए हैं। यह क्रैकडाउन समान रूप से पाया गया है कि 300,000 से अधिक रोहंग्या के विस्थापन के परिणामस्वरूप लगभग 90,000 लोग शामिल हैं, जो पिछले 2 महीनों में पड़ोसी बांग्लादेश से शरण ले रहे थे।

इसके अलावा ओएचसीएचआर के मुताबिक, “महिलाओं की तुलना में आधी से ज्यादा महिलाओं ने मानव अधिकारों की टीम को बताया कि उनको बलात्कार या यौन हिंसा के अन्य रूपों का सामना करना पड़ रहा है। कई अन्य साक्षात्कारकर्ताओं ने परिवार के सदस्यों और उनके परिवारों सहित, हत्याओं का साक्षी बताया।”

यह अब तक स्पष्ट हो चुका है कि म्यांमार सरकार ने अपनी सुरक्षा बलों के माध्यम से स्थानीय और अंतर्राष्ट्रीय दोनों तरह के गंभीर मानवाधिकार कानूनों का उल्लंघन किया है। यह भी स्पष्ट है कि इन उल्लंघनों के परिणामस्वरूप जो अधिक से अधिक लोगों के विस्थापन के साथ-साथ एक विशिष्ट समुदाय से हज़ारों से ज्यादा लोगों की हत्या हुई है।

इस दुनिया में न्याय वापस लाना होगा और यह सिर्फ आप की मदद से ही मुमकिन है। साइन इन करें और इस याचिका को शेयर करें।
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