मुंबई, प्रेट्र। सीयासत न्युज ब्युरो भारतीय रिजर्व बैंक [आरबीआइ] ने नकदी की कमी से जूझ रहे म्युचुअल फंड उद्योग को दीगई सहुलतो के जरिये बड़ी राहत दी है। उद्योग को 25 हजार करोड़ रुपये की नकदी देने के लिए आरबीआइ ने एक खास उधारी विंडो जारी कराने का फैसला किया है।
आरबीआइ तीन दिन के मख्सुस रेपो नीलामी के जरिये बैंकों को यह रकम 10.25 फीसद ब्याज पर देगा। इसे बैंक म्युचुअल फंडों को दे सकेंगे। इस बारे में बुधवार को जारी प्रेसरीलीज में आरबीआइ ने कहा है कि अगले हुकम तक यह सहुलते जारी रहेगी। पिछले कुछ महीनों से लगातार मुनाफावसूली और दुसरे प्रोग्रामो के विलय के चलते म्युचुअल फंड निवेशकों के फोलियो में खासी कमी आई है। वर्ष 2012-13 में म्युचुअल फंड निवेशकों की संख्या में 36 लाख की कमी आई थी। निवेशक की संख्या में लगातार चौथे साल कमी दर्ज की गई है। पहले तीन सालों में निवेशकों की संख्या में 15 लाख की कमी आई थी।
सेबी के आदाद के मुताबिक अप्रैल-जून तिमाही में ही इस उद्योग ने 10 लाख निवेशक गवाए हैं। जून के अखिर में कुल 44 फंडों के निवेशकों की संख्या घटकर 4.18 करोड़ रह गई। पिछले साल निवेशकों की संख्या 4.28 करोड़ थी। इक्विटी फंडों के निवेशकों की संख्या पिछले साल के 3.31 करोड़ से घटकर 3.20 करोड़ रह गई। वहीं डेट फंडों के निवेशकों की संख्या 1.7 लाख बढ़कर कुल 63 लाख हो गई। एक्सचेंज ट्रेडेड फंडों में भी इस दौरान करीब 7.46 लाख नए निवेशक जुड़े।