मग़रूर ना होने का मश्वरा

सदर जम्हूरिया के ख़िताब पर तहरीक तशक्कुर के मौक़े पर क़ाइद कांग्रेस मुक़न्निना पार्टी लोक सभा मल्लिकार्जुन खरगे का बयान

कांग्रेस ने आज सदर जम्हूरिया प्रण‌ब मुख‌र्जी के पार्लियामेंट के दोनों ऐवानों के मुशतर्का इजलास से ख़िताब पर तहरीक तशक्कुर के दौरान बी जे पी के एजंडा के ख़ाका पर तन्क़ीद की और कहा कि यू पी ए की जानिब से किए हुए कारनामों का नई हुकूमत की जानिब से इआदा किया जा रहा है ।

कांग्रेस ने मोदी हुकूमत को मश्वरा दिया कि अपने तैक़ुनात की तकमील का ढोल पीटे बगै़र और मग़रूर हुए बगै़र उन की तकमील करे। कांग्रेस जिस के लोक सभा में अरकान की तादाद कम होकर सिर्फ़ 44 रह गई है हुकूमत को मश्वरा दिया कि वो अपने वजूद का एहसास दिलाती रहेगी और अपनी मुख़्तसर तादाद का लिहाज़ किए बगै़र अवाम की फ़लाह-ओ-बहबूद केलिए जिन इक़दामात का तैक़ून दिया गया है उन पर अमल आवरी केलिए हुकूमत पर दबाव डालती रहेगी।

इस पस-ए-मंज़र में क़ाइद कांग्रेस मुक़न्निना पार्टी लोक सभा मल्लिकार्जुन खरगे ने महाराष्ट्रा का हवाला देते हुए कहा कि हालाँकि पांडव तादात‌ में कोरावो से बहुत कम थे इस के बावजूद उन्हें शिकस्त नहीं दी जा सकी। मेज़ें थपथपा कर सताइश करने पर जिस में सदर कांग्रेस सोनिया गांधी भी शामिल थीं मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि उन्हें एतिमाद है कि कांग्रेस पार्टी दुबारा बरसर-ए-इक्तदार आएगी ।

एन डी ए को हमेशा केलिए बरसर-ए-इक्तदार रहने का ख़ाब नहीं देखना चाहिए ।सदर जम्हूरिया के ख़िताब पर तहरीक तशक्कुर के सिलसिले में तक़रीर करते हुए मल्लिकार्जुन खरगे ने नई हुकूमत के एजंडे पर नुक्ता बह नुक्ता तबसरा किया । उन्होंने कहा कि गुज़िशता 10 साल के दौरान यू पी ए हुकूमत ने जो कारनामे अंजाम दिए हैं नई हुकूमत का एजंडा इन ही को उजागर कररहा है।

इस में कोई नई बात नहीं कही गई है । मोदी ने हम ने जो कुछ किया था इस का इआदा किया है । हमें अपना रिकार्ड दुरुस्त रखना चाहिए। उन्हों ने 45 मिनट तवील तक़रीर में जिस की सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने भी सताइश की कहा कि बी जे पी अपनी अशीया की तशहीर करने और बातों पर ज़ोर देने की माहिर है वो सिर्फ़ ग़रीब अवाम को बातों के ज़रीये ख़ुश करसकती है।

उन के पैन नहीं भर सकती। उन्होंने कहा कि सिर्फ़ तशहीर या ख़ुशनुमा पैकिंग से मुल्क नहीं चलाया जा सकता उन्हों ने हुकूमत को मश्वरा दिया कि लोक सभा इंतेख़ाबात में ज़बरदस्त अक्सरीयत हासिल करने परासे मग़रूर नहीं होना चाहिए बल्कि अपने तैक़ुनात की तकमील करना चाहिए।