लखनऊ 28 दिसंबर: मर्कज़ी वज़ीर-ए-दाख़िला राजनाथ सिंह ने कहा कि आलमी दहश्तगर्द तंज़ीम इस्लामिक स्टेट (आई एस) हिन्दुस्तान में अपनी जड़ें क़ायम करने की कोशिश में नाकाम रही क्युं कि यहां हमारे समाज में इंतिहाई मज़बूत ख़ानदानी इक़दार पाए जाते हैं जो इंतिहापसंदी में रोकने वाला है।
उन्होंने कहा कि आज सारी दुनिया में आई एस के बारे में बात की जा रही है लेकिन हिन्दुस्तान सारी दुनिया में वाहिद एसा मुल्क है जहां उसे अपनी जड़ें क़ायम करने में नाकामी हुई। उस की वजह ये है कि हिन्दुस्तानी तहज़ीब में ख़ानदानी इक़दार को बेहतर एहमीयत हासिल है।
मर्कज़ी वज़ीर ने एक मिसाल पेश की कि जब एक मुस्लिम नौजवान मुंबई में इंतिहापसंदी के चंगुल में फंस जाता है तो उस के वालिदैन मुझ (राजनाथ सिंह) से रुजू हो कर उसे बचाने की दरख़ास्त करते हैं। ये हमारे मुल्क की क़द्रें हैं। उन्होंने इस यक़ीन का इज़हार किया कि आई एस को कभी भी हिन्दुस्तान में बरतरी क़ायम करने का मौक़ा नहीं मिलेगा।
राजनाथ सिंह एक कांफ्रेंस से ख़िताब कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ये मुल्क की तहज़ीब का एक करिश्मा ही समझा जाएगा कि अइम्मा इकराम ने आई एस के ख़िलाफ़ जलूस निकाले। हमारी ये ज़िम्मेदारी है कि इस तहज़ीब का तहफ़्फ़ुज़ किया जाये। अगर हम उसे मुत्तहिद रखते हैं तो कोई भी ताक़त हिन्दुस्तान को सुपर पावर बनने से नहीं रोक सकती।