मज़लूम-ओ-ग़रीब मुसलमानों की मदद के लिए हमदर्दाने मिल्लत का मिसाली जज़बा

इदारा सियासत मिल्लत के ग़रीबों की इमदाद, मुस्तहिक़ तलबा-ए-ओ- तालिबात में स्कालरशिपस की तक़सीम, कैंसर और दुसरे अमराज़ में मुबतला मरीज़ों की इआनत, ग़रीब लड़कीयों की शादीयों, मुतास्सिरीन फ़सादाद की माली मदद, लावारिस मुस्लिम लाशों की तजहीज़-ओ-तकफ़ीन जैसे कामों में हमेशा से ही आगे रहा है और इस काम में उसे आगे बढ़ाने में मिल्लत ने अहम किरदार अदा किया है।

हैदराबादी मुसलमानों के बारे में सारी मुस्लिम दुनिया में ये बात मशहूर हैके ना सिर्फ़ हिंदुस्तान बल्कि दुनिया के किसी ख़ित्ता में मुसलमानों पर ज़ुलम किया जाता है तो यहां के मुस्लमान अपने जिस्म में दर्द महसूस करते हैं। दरिन्दा सिफ़त ज़ालिमों के हाथों लुट पिट जाने और फ़िर्क़ापरस्तों का शिकार बने मुसलमानों की आँखों से बहते आँसू देख कर उन के दिल ख़ून के आँसू रोने लगते हैं, जहां कहीं से मुसलमानों के कराहने की आवाज़ें आती हैं तो हैदराबादी मुसलमानों के दिल तड़प उठते हैं।

मुसीबतज़दा मुसलमानों के हक़ में दुआओं के लिए बारगाह रब उलइज़त में जहां हमारे शहर हमारी रियासत के मुसलमानों के हाथ उठ जाते हैं वहीं वो इन ही हाथों से दिल खोल कर मिल्लत मज़लोमा की मदद करते हैं। ख़ुशी इस बात की हैके हैदराबादी मुसलमानों और उकताए आलम में फैले हुए क़ारईन सियासत ने रोज़नामा सियासत पर हमेशा ग़ैरमामूली भरोसा का इज़हार किया है और इस के मिल्लत फ़ंड की भरपूर मदद की है।
खासतौर पर माह मुक़द्दस रमज़ान उल-मुबारक के दौरान सियासत मिल्लत फ़ंड में गिरांक़द्र अतयात देते हुए ये साबित कर दिया हैके मज़लूम मुसलमानों की हर तकलीफ़ पर हमें दर्द होता है और हैदराबादी मुस्लमान ये नहीं चाहता कि किसी मुस्लमान की आँख से आँसू रवां हो।
एडीटर सियासत ज़ाहिद अली ख़ां ने क़ारईन सियासत के गिरांक़द्र तआवुन पर सब से पहले बारगाह रब उलइज़त में सजदा शुक्र बजा लाते हुए मिल्लत की मदद के जज़बा से सरशार मुसलमानों का तहा दिल से शुक्रिया अदा किया है। उन्होंने कहा कि माह रमज़ान उल-मुबारक में हमारे क़ारईन ने जो आम दिनों में भी मिल्लत की मदद के लिए तैयार रहते हैं, अपने ज़कात-ओ-सदक़ात और अतयात के ज़रीये ज़बरदस्त तआवुन किया क्युंकि उन्हें अंदाज़ा हैके सियासत ने मिल्लत फ़ंड के ज़रीये भागलपुर, मुंबई, गुजरात, हैदराबाद फ़सादाद से लेकर उत्तरप्रदेश के मुज़फ़्फ़रनगर के दर्दनाक फ़सादाद में मुतास्सिरा मुसलमानों की ज़बरदस्त मदद की है।

फै़जेआम ट्रस्ट जैसे इदारा के तआवुन से मुज़फ़्फ़रनगर में दो सियासत मिल्लत पब्लिक स्कूलस खोले गए हैं जहां 500 से ज़ाइद बच्चों को तालीम दी जा रही है। उन्हें कम्पयूटर कोर्स किराए जा रहे हैं। ख़वातीन और बालिग़ लड़कीयों को अगरबत्ती, मोमबत्ती, खिलौने, चूड़ियां वग़ैरा बनाना सिखाया गया है ताके वो अपने पैसे पर खड़े हो सकीं।

सियासत के मिल्लत ने मुज़फ़्फ़रनगर के कैम्पों में शदीद सर्दी में ठिठुर ठिठुर कर जान देने वाले बच्चों की अल-मनाक दास्तान से जब क़ारईन को वाक़िफ़ करवाया तब चंद दिनों में ही हज़ारों ब्लॅंकेटस -ओ-गर्म मलबूसात के ढेर लग गए। इसी तरह मिल्लत की मदद के बाइस ही लावारिस मुस्लिम लाशों की तजहीज़-ओ-तकफ़ीन का बेड़ा उठाया गया और अब तक सैंकड़ों लावारिस लाशों की इस्लामी तरीक़े से तजहीज़-ओ-तकफ़ीन की गई वर्ना माज़ी में मुस्लिम लावारिस लाशों को भी सपुर्द आतिश करने के वाक़ियात पेश आचुके थे।

ज़ाहिद अली ख़ां ने हैदराबाद के हमदरद मुसलमानों और क़ारईन सियासत से इज़हार-ए-तशक्कुर करते हुए ये भी कहा कि सियासत ने नोनहालान मिल्लत को ज़ेवर तालीम से आरास्ता करने का जो बेड़ा उठाया है हमदर्दाना मिल्लत ने इस काम में भी हमारी मदद की है।

चुनांचे मिल्लत फ़ंड के ज़रीये नादार-ओ-मुस्तहिक़ तलबा-ए-ओ- तालिबात की भरपूर मदद की जाती है। इन में स्कालरशिपस की तक़सीम-ए-अमल में आती है जबकि अख़बारात में माज़ूरिन, मजबूरों, बेकसों, बे बसों के बारे में जो रिपोर्टस शाय होती हैं
उसी पर भी दुनिया भर से क़ारईन का ग़ैरमामूली हौसला अफ़्ज़ा-ए-रद्द-ए-अमल सामने आता है। दूसरी तरफ़ सियासत वीडीयोज़ से भी मुतास्सिर होकर बैरून-ए-रयासत और बैरून-ए-मुल्क मुक़ीम हमदर्दाना मिल्लत अपने मज़लूम भाई बहनों की मदद करते हैं। उन के लिए सियासत मिल्लत की मदद का एक मोस्सर प्लेटफार्म साबित हुआ है।

मुसलमानों ने गुजरात, आसाम, मुज़फ़्फ़रनगर के मुस्लिम कश फ़सादाद में सियासत की इमदादी सरगर्मीयों की सताइश की है और सियासत ने मिल्लत फ़ंड के ज़रीये मुतास्सिरीन फ़सादाद की बाज़ आबाद कारी और इमदाद के लिए जो ख़िदमात अंजाम दी हैं उसे सराहते हुए सियासत को एक अख़बार ही नहीं बल्कि मिली तहरीक क़रार दिया है।

एडीटर सियासत ज़ाहिद अली ख़ां ने फिर एक बार हमदर्दाना मिल्लत, क़ारईन सियासत और खासतौर पर हैदराबादी मुसलमानों का शुक्रिया अदा करते हुए उम्मीद का इज़हार किया कि सियासत को इन सब का तआवुन हमेशा हासिल रहेगा।