अक़्वामे मुत्तहदा का आलमी इदारा ख़ुराक शाम के शहर मज़ाया में फंसे हुए अफ़राद के लिए इमदादी सामान की दूसरी खेप लेकर जा रिहा है।
40 ट्रकों पर मुश्तमिल ये क़ाफ़िला जिसमें आटा, अदवियात और हिफ़्ज़ाने सेहत की दीगर अशिया शामिल हैं, जुमेरात की सुबह दमिश्क़ से रवाना हुआ। इस से पहले पीर को अक़्वामे मुत्तहदा का आलमी इदारा ख़ुराक इमदादी सामान की पहली खेप लेकर मज़ाया पहुंचा था।
इदारे ने मज़ाया में मौजूद 40,000 अफ़राद को इमदाद फ़राहम की, ताहम इदारे के मुताबिक़ वहां लोग भूक के हाथों मौत के दहाने पर पहुंच गए हैं और ज़िंदा रहने के लिए पालतू जानवर और घास फूंस खाने पर मजबूर हैं।
शाम का शहर मज़ाया जुलाई से शाम की सरकारी फ़ौज और इस की लेबनानी इत्तिहादी शीया तंज़ीम हिज़्बुल्लाह के मुहासिरे में है।