मफ़रूर एन आर आई मुजरिम को अमरीका हवाले करने अदालत की सिफ़ारिश

दिल्ली की एक अदालत ने मर्कज़ से सिफ़ारिश की है कि वो एन आर आई मफ़रूर मुजरिम को अमरीका के हवाले करदे ताकि वहां इस पर मुक़द्दमा चलाया जा सके । ये मुल्ज़िम न्यूयार्क में एक कमसिन लड़की की इस्मत रेज़ि का मुर्तक़िब है । ऐडीशनल चीफ़ मेट्रोपोलैटिन मजिस्ट्रेट सुदेश कुमार ने मर्कज़ की दरख़ास्त बराए मुजरिम की हवालगी अमरीका की इजाज़त देते हुए कहा कि में हकूमत-ए-हिन्द से सिफ़ारिश करता हूँ कि वो मफ़रूर मुजरिम अमीत मोहन को अमरीका की विज़ारत पर हवाला कर दिया जाये ।

अदालत ने ये भी हिदायत दी है कि इस तहक़ीक़ाती रिपोर्ट की एक कापी मुजरिम के साथ हुकूमत को रवाना की जाये । न्यूयार्क अमीत मोहन सिंह जो एफ़ बी आई की दरख़ास्त पर इस के ख़िलाफ़ रैड कॉर्नर नोटिस जारी करने के बाद भागा फिर रहा है , पर इल्ज़ाम है कि इस ने मई 2009 में 14 साला लड़की की इस्मत रेज़ि की ।

यहां अमरीकी सिफ़ारतख़ाना की जानिब से विज़ारत-ए-ख़ारजा हिन्द को लिखे गए मकतूब में कहा गया है कि अमीत मोहन सिंह ने 11 मई 2009 को न्यूयार्क अलमोंट मुक़ाम पर सड़क पर 14 साला लड़की से मुलाक़ात की और उसे ज़बरदस्ती घर में ले जाकर इस्मत रेज़ि की ।

सिंह को 6 जुलाई 2011 को इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एय‌रपोर्ट पर गिरफ़्तार किया गया जबकि वो न्यूयार्क में मुक़द्दमे का सामना करने से बचने केलिए बैंकाक परवाज़ करने की कोशिश कररहा था । रेकॉर्ड्स के मुताबिक़ डी एन ए के नमूने जो मुतास्सिरा से दस्तयाब हुए हैं अमीत मोहन सिंह के होने की तसदीक़ होती है इस कमसिन लड़की ने उस शख़्स को हमला आवार की हैसियत से शनाख़्त की है अगर इसका जुर्म साबित होता है तो उसे अमरीका में कम अज़ कम 25 साल की जेल होगी । उसे दीगर 30 इल्ज़ामात का सामना है ।