यदि यूरप्पा, बेटों और दामाद‌ के आठ घरों पर सी बी आई के धावे

* बेल्लारी में कानकनी की दो कंपनीयों की तलाशी, हैदराबाद। बैंगलुर कि मिलीजुली टीम की अचानक कार्रवाई, बेटी से पूछताछ‌
बैंगलुर । पुर्व‌ चीफ़ मिनिस्टर कर्नाटक बी एस यदि यूरप्पा की मुश्किलात बडाते हुए सी बी आई ने उन के और उन के ख़ानदान के सदस्यों के घरों पर गै़रक़ानूनी कान खुदाइ स्क़ाम के सिलसिले में धावे किए।

सुप्रीम कोर्ट के आदेशपत्र के साथ ओहदेदारों ने दो कान खुदाइ कंपनीयों पर भी धावे किए, जिन्हों ने यदि यूरप्पा के ख़ानदान कि निगरानी में एक ट्रस्ट को बहुत बडी रकमें दान‌ दी थीं, जो जाहिर में उन की चीफ़ मिनिस्ट्री के दौर में गैरमुसतहक्का बखशीशों का बदला थीं।

पुलिस ज़राए के मुताबिक‌ बैंगलुर और हैदराबाद की मिलिजूली टीम ने 11 मुक़ामात जिनमें बैंगलुर और शिमोगा के दो मकानों पर भी धावे किए गए, जो यदि यूरप्पा का पैदाइशी ज़िला है और उन का असेंबली हलक़ा शिकार पूरा भी यहीं है। मर्कज़ी महकमा की ये कार्रवाई आपराधिक षडयंत्र रचने और आपराधिक विश्वासघात के इलावा भ्रष्टाचार निरोधक कानून और खान एवं खनिज [विकास एवं बंदोबस्ती] कानून के तहत कि गइ है।

सी बी आई की टीमों ने यदि यूरप्पा, उन के दो बेटों बी वाई राघवीन्द्रा पार्लीमेंट सदस्य‌, बी वाई विजेंदरा, दामाद सोहन कुमार, पुर्व मंत्री एस एम क्रुष्णा शिट्टी और दावलगिरी जायदादों पर जो बेंगलुर और शिमोगा में यदि यूरप्पा के ख़ानदान की मिल्कियत हैं, धावे किए गए। जंदाल स्कीम समेत‌ साउथ वैस्ट माइन कंपनी के दफ़ातिर पर भी धावे किए गए, जिन्हों ने यूरप्पा ख़ानदान कि निगरानी में चलाए जाने वाले प्रेरणा ट्रस्ट को 10 करोड़ रुपया डोनेशन‌ दिया था।

ज़राए के मुताबिक‌ यदि यूरप्पा के बाज़ मकानों वाके मैसूर भी सी बी आई की निगरानी में हैं। सी बी आई ने उन के दूसरे दामाद उदय कुमार, दुख़तर उमादेवी से भी शिमोगा में पुछताछ‌ की।

धावों के मौके पर जो शाम तक जारी रहे, सी बी आई ओहदेदारों ने गै़रक़ानूनी कानकनी के बारे में चंद दस्तावेज़ात ज़बत किये हैं। धोवों के दौरान गिरफ़्तारी के अंदेशे के तहत यदि यूरप्पा, राघवीनदरा, वीजनदरा और सोहन कुमार ने तय कि हुइ सी बी आई अदालत ने पहले हि ज़मानत की दरख़ास्तें दाख़िल करदिं, जिन की शुनवाइ कल होगी।

यदि यूरप्पा ने धावों को अपने सयासी कैरीयर का एक नाक़ाबिल फ़रामोश दिन क़रार दिया और कहा कि ये इंतिहाई दर्दनाक दिनों में से एक है जो उन की ज़िंदगी में आए थे। उन्हों ने कहा कि वो सी बी आई के साथ मदद‌ करेंगे और बेदाग़ साबित होंगे। धावों का वक़्त रियास्ती बी जे पी के मर्द आहन‌ के लिए बदतरीन है जो पार्टी के अंदर सियासी जंग लड़ रहे हैं और करप्शन से जुडे कई मुक़द्दमात में फंसे हुए हैं।

यदि यूरप्पा ने चीफ़ मिनिस्टर के ओहदे पर वापिस आने की कई बार कोशिश की, लेकिन पार्टी की मर्कज़ी क़ियादत ने इन कि तरफ तवज्जु नहि कि और उन से पहले ख़ुद को बेक़सूर साबित करने की हिदायत दी। जंदाल स्कीम में धावों पर वीचार‌ ज़ाहिर करते हुए कहा कि कोई एसी गै़रक़ानूनी सरगर्मी कंपनी की तरफ‌ से नहीं की गई, जिस के नतीजे में उसे किसी ग़लती से जोडा जा सके। कंपनी को अदालती कार्रवाई पर भरपूर एतिमाद है। कंपनी के हिसाबा,किताब साफ‌ हैं और सी बी आई से पुरी पुरी मदद‌ कि जाएगी।

कांग्रेस के क़ाइद अपोज़ीशन सदा रामिया और जय डी एस के क़ाइद एच डी कुमारा स्वामी ने सी बी आई कार्रवाई का आवकार‌ किया।