यदि यूरप्पा हस्पताल से डिस्चार्ज , वापिस जेल में

बैंगलौर20 अक्तूबर (पी टी आई) साबिक़ चीफ़ मिनिस्टर कर्नाटक बी ऐस यदि यूरप्पा जिन्हें मुबय्यना अराज़ी अस्क़ाम के सिलसिले में गिरफ़्तार किया गया था, जेल वापिस भिजवा दिए गए। जबकि उन्हें सरकारी हस्पताल से डिस्चार्ज किया गया।

68 साला यदि यूरप्पा जुए देवा इंस्टीटियूट आफ़ कार्डयालोजी विक्टोरिया हॉस्पिटल में कल से ज़ेर-ए-इलाज थी। उन्हों ने डाक्टरों पर ज़ोर दिया था कि उन्हें डिस्चार्ज कर दिया जाये।

ग़ालिबन वो सहाफ़त में उन के हस्पताल में शरीक होने के बारे में मनफ़ी इत्तिलाआत की बिना पर उन्हों ने जेल वापिस जाने केलिए ज़ोर दिया था, क्योंकि इत्तिलाआत में कहा गया था कि वो क़ैद से बचने के लिए हस्पताल में शरीक हो गए हैं।

इन का ईलाज करने वाले डाक्टर सदपा और डाक्टर नटराज ने कहा कि यदि यूरप्पा के ख़ून में सोडियम की सतह कम है।

उन्हें तनफ़्फ़ुस में दिक़्क़त पेश आ रही है। ब्लड प्रैशर और ज़ियाबीतस बेक़ाबू हैं। कमर में भी दर्द है, लेकिन यदि यूरप्पा ने उन्हें डिस्चार्ज करने के लिए इसरार किया था। सदपा ने कहा कि यदि यूरप्पा को मुसलसल दवाॶं की ज़रूरत है ताकि ख़ून में सोडियम की सतह मामूल पर लाई जा सकी। साबिक़ चीफ़ मिनिस्टर के क़रीबी ज़राए के बमूजब उन्हों ने रियास्ती वज़ीर बराए हौज्नाग वे सोमना से कहा कि उन्हें ज़राए इबलाग़ में इन की दवाख़ाना में शिरकत और क़ैद से बचने की कोशिश के बारे में इत्तिलाआत से तकलीफ़ पहुंची है।

परपना अगर अहारा जेल पहुंचने पर यदि यूरप्पा के तिब्बी मुआइने किए गए थे। उन्हों ने अपने कमरे तक महिदूद रहना पसंद किया था, जबकि उन्हें जेल के हस्पताल में दाख़िल नहीं करवाया गया। ये ज़रीया के बमूजब वो जेल इस लिए वापिस आ गए हैं क्योंकि हाइकोर्ट में इन की दरख़ास्त ज़मानत की समाअत कल मुक़र्रर है।