यमन में संवैधानिक सरकार की बहाली और विद्रोहियों के खिलाफ सक्रिय अरब गठबंधन ने स्पष्ट किया है कि सेना की ताजा नकलो हरकत का उद्देश्य यमन का घेराव नहीं बल्कि विद्रोहियों को हथियार की आपूर्ति रोकना है।
एक रिपोर्ट में बताया गया है कि अरब गठबंधन की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि अरब देशों यमन में युद्ध से प्रभावित नागरिकों को राहत प्रदान करने, वाणिज्यिक माल की आवाजाही सुनिश्चित करने और तेल उत्पादों की आपूर्ति के लिए हर संभव उपाय कर रहे हैं।
बयान में कहा गया है कि सऊदी अरब के नेतृत्व में स्थापित अरब गठबंधन यमन का घेराव नहीं कर रहा है बल्कि ताजा गतिविधी का उद्देश्य संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों को लागू करते हुए हथियारों और विस्फोटकों की तस्करी रोकना है।
बयान में कहा गया है कि यमन में स्वास्थ्य की स्थिति में सुधार के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। हाल ही में ताज़ के अस्पतालों को 40 टन दवाइयां और चिकित्सा उपकरण प्रदान किया गया हे।
बयान में कहा गया है कि अरब गठबंधन यमन में वाणिज्यिक उपकरण और तेल उत्पादों की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए संयुक्त राष्ट्र के साथ पूरा सहयोग कर रहा है। इस संदर्भ में वाणिज्यिक माल की आवाजाही के लिए चार हजार परमिट जारी किए गए हैं।