यमन की ज़ंग में सऊदी अरब खतरनाक अमेरिकी बमों का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं- ट्रम्प

डोनल्ड ट्रम्प ने एक वेबसाइट को दिए गए इंटरव्यू में कहा है कि सऊदी वालों को यह नहीं पता है कि अमरीका के बमों को यमन के युद्ध में किस तरह इस्तेमाल करना चाहिए। जारी वर्ष के अगस्त महीने में सऊदी अरब के युद्धक विमानों ने यमनी छात्रों की एक बस पर हमला कर दिया था जिसमें 51 लोग शहीद हुए थे जिनमें चालीस बच्चे थे।

इसके कुछ ही दिन सीएनएन ने रिपोर्ट दी थी कि सऊदी अरब ने इस हमले में जो बम इस्तेमाल किया था कि 500 पोंड का एक लेज़र गाइडेड बम था जिसे अमरीका की लाकहीड मार्टिन शस्त्र निर्माता कंपनी ने तैयार किया था।

अमरीकी राष्ट्रपति ट्रम्प हमेशा ही सऊदी अरब को हथियार बेचे जाने का बचाव करते आए हैं। उन्होंने इस हमले के बाद अपनी पहली प्रतिक्रिया में इसे बर्बरता का प्रदर्शन कहा था लेकिन इस बारे में कुछ भी कहने से इन्कार कर दिया था कि क्या इस हमले के बाद अमरीका, सऊदी अरब को हथियार बेचना बंद कर देगा?

ट्रम्प ने कहा कि मेरे विचार में स्थिति भयावह है। उस बस और बच्चों के साथ जो कुछ हुआ उसे देख कर मैं हिल गया क्योंकि यह घटना, बर्बरता का खुला प्रदर्शन है।

डोनल्ड ट्रम्प ने अपने इंटरव्यू में इस सवाल के जवाब मेें कि क्या सऊदी अरब द्वारा अमरीकी बमों से यमन के आम नागरिकों को निशाना बनाए जाने उन्हें तकलीफ़ नहीं होती? कहा कि यह कहना काफ़ी नहीं है कि इससे तकलीफ़ होती है, बात वास्तव में यह है कि सऊदी गठबंधन इन हथियारों को इस्तेमाल करना नहीं जानता और यह बहुत ख़तरनाक है।

उन्होंने इस सवाल के जवाब में कि क्या इस घटना के परिणाम स्वरूप वे सऊदी गठबंधन को हथियार बेचे जाने के मामले पर पुनर्विचार करेंगे? कहा कि मैं इस प्रकार की घटनाएं नहीं देखना चाहता, यह भयावह है। जो कुछ यमन में हो रहा है वह सब भयावह है और हम यमन की स्थिति पर गहरी नज़र रखे हुए हैं।

अमरीकी राष्ट्रपति ने इस सवाल के जवाब में कि अगर वे सऊदी वालों के स्थान पर होते तो क्या युद्ध का संचालन दूसरे तरीक़े से करते? कहा कि मैं सऊदी अधिकारियों से बहुत सी चीज़ों के बारे में बात करता हूं लेकिन निश्चित रूप से मैं उन लोगों को इस्तेमाल नहीं करता जिन्हें यह नहीं पता कि बम को किस तरह प्रयोग किया जाए और जो बच्चों की बस की ओर फ़ायर करते हैं।

साभार- ‘parstoday.com’