यमन ज़ंग में सऊदी अरब गठबंधन की सेना कई मस्जिदों को कर चुके हैं शहीद?

यमन के अलहुदैदा प्रांत के वक़्फ़ कार्यालय ने शुक्रवार को बताया कि सऊदी अरब के युद्धक विमान हुदैदा प्रांत में अब तक 122 मस्जिदों पर बमबारी कर चुके हैं।

इसी मध्य यूनीसेफ़ ने शुक्रवार को अपने एक बयान में कहा कि चार लाख यमनी बच्चे भीषण कुपोषण के कारण मौत के मुंह में पहुंचने वाले हैं। म्रित्कसल रोलानो ने कहा कि 25 लाख यमनी बच्चों को उपचार की आवश्यकता है।

यूनीसेफ़ ने अपनी हालिया रिपोर्ट में कहा था कि पांच हज़ार से अधिक यमनी बच्चे सऊदी अरब के हमले के आरंभ से अब तक मारे जा चुके हैं या अपंग हो चुके हैं।

गत 13 जून से सऊदी अरब ने यमन के अलहुदैदा बंदरगाह पर क़ब्ज़े का प्रयास आरंभ कर दिया है क्योंकि यह बंदरगाह यमन में खाद्य सामाग्री और दवा पहुंचाने का एक मात्र मार्ग है।

सऊदी अरब की घेराबंदी और हमलों की वजह से यमन में मानव त्रासदी उत्पन्न हो गयी है और कुपोषण और भुखमरी से मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है।

सऊदी अरब ने 26 मार्च से यमन पर हमले के साथ साथ इस देश की ज़मीनी, हवाई और समुद्री नाकाबंदी कर रखी है। यमन पर सऊदी अरब के हमलों में अब तक 14000 से ज़्यादा यमनी नागरिक हताहत, दसियों हज़ार घायल और दसियों लाख बेघर हुए हैं।

सऊदी अरब के अतिक्रमण के नतीजे में यमन को खाद्य और दवाओं के गंभीर संकट का सामना है। सऊदी अरब और उसके घटक यमन पर व्यापक स्तर पर हमले के बावजूद, यमनी जनता के प्रतिरोध की वजह से अपना लक्ष्य नहीं साध पाए हैं।

साभार- ‘parstoday.com’