दुबई।30 सितंबर ( पी टी आई) अरब जज़ाइर में अलक़ायदा के अवामी चेहरा समझे जाने वाले अनवर अलाव लकी हलाक हुए हैं। यमन की वज़ारत-ए-दिफ़ा ने आज उन की मौत का ऐलान किया । पाकिस्तान में उसामा बिन लादन की मौत के बाद इस तंज़ीम को एक और बड़ा झटका लगा है। अमरीकी नज़ाद आलम दीन ने समझा जाता है कि यमन में पनाह ली थी। वज़ारत-ए-दिफ़ा के ब्यान में बताया गया कि इन की मौत वाक़्य होगई है और उन के साथ दीगर साथी भी मारे गए हैं। वज़ारत-ए-दिफ़ा ने अपने पयाम में इन की मौत से मुताल्लिक़ मज़ीद तफ़सीलात नहीं बताई। अलबत्ता ए एफ़ पी ने कबायली ज़राए से बताया है कि अलौकि मशरिक़ी मरीब सूबा में बमबारी के दौरान हलाक हुए। ये सूबा अलक़ायदा का मज़बूत गढ़ समझा जाता है। ओलक़ी यमन के हुकमरानों से ताल्लुक़ रखते थे जो डसमबर 2007 -ए-से हुकूमत चला रहे हैं। अमरीका को 40 साला ओलक़ी से शदीद ख़तरा लाहक़ था। इस लिए वो उन के नाम को आलमी दहश्तगर्दी की फ़हरिस्त में ख़ुसूसी तौर पर शामिल किया था। उन्हों ने अब तक मुतअद्दिद हमले किए हैं। न्यू मैक्सीको में पैदा होने वाले ओलक़ी को अंग्रेज़ी और अरबी ज़बानों पर उबूर हासिल है। वो अमरीका छोड़ने से क़बल वर्जीनिया में एक मस्जिद के इमाम-ओ-ख़तीब थे। अमरीका छोड़ने के बाद वो मशरिक़-ए-वुसता रवाना हुए। अमरीकी ओहदेदारों का कहना है कि ओलक़ी ने 25 डसमबर 2009-ए-को एक तय्यारा धमाका से उड़ाने की कोशिश करने वाले नाईजीरियाई शहरी उम्र फ़ारूक़ अबदुलमुतलिब की ख़िदमात हासिल की थी