यमन में तशकील हुकूमत अलक़ायदा के हाथों कई अफ़राद हलाक

अलक़ायदा ने आज दावा किया कि उस के अस्करीयत पसंदों ने कई बागियों को हलाक कर दिया है और अमरीका के सफ़ीर को हलाक करने की कोशिश की गई जब कि ख़ाना जंगी के शिकार मुल्क में नई हुकूमत की तशकील का एलान किया गया।

काबीना तशकील दी गई। अक़वामे मुत्तहिदा की सलामती कौंसिल ने बारसूख साबिक़ सदर अली अबदुल्लाह सालेह और दो कमांडर्स पर अमन के लिए ख़तरा बनने का अंदेशा ज़ाहिर करते हुए तहदीदात का एलान किया था। इस के कुछ ही देर बाद नई काबीना तशकील दी गई और आज नई हुकूमत क़ायम होने का एलान किया गया।

रद्दे अमल के तौर पर सालेह की जेनरल पीपुल्ज़ कांग्रेस पार्टी ने सदर यमन अब्दुल रब मंसूरहादी को सदारत और पार्टी की क़ियादत से बरतरफ़ कर दिया। उन पर इल्ज़ाम आइद किया गया है कि उन्हों ने सौदों की मंज़ूरी दी थी।

यमन फरवरी 2012 में बहारे अरब इन्क़िलाब के बाद से जब कि सदर सालेह को इक़्तेदार से बेदख़ल होना पड़ा, बागियों और अलक़ायदा ने इक़्तेदार के पैदा होने वाले ख़ुला को पुर करने की कोशिश की, अदम इस्तिहकाम फैला हुआ है।

अलक़ायदा ने भी कहा कि उस ने अमरीकी सफ़ीर बराए यमन मैथ्यू टेलर को हलाक कर देने की कोशिश की थी, लेकिन दो बम मुक़र्ररा वक़्त से क़ब्ल एक के बाद एक फट पड़े। इन बमों को जुमेरात के दिन सदर अब्दुल रब मंसूर हादी की क़ियामगाह के बाहर नसब किया गया था।

साबिक़ सदर अबदुल्लाह अली सालेह साबिक़ सोवीयत यूनीयन के हलीफ़ थे और इक़्तेदार से बेदख़ल होने से पहले तक भी उन्हें रूस की हिमायत हासिल थी।