पाकिस्तान ने सऊदी ज़ेरे क़ियादत इत्तिहाद को जो यमन में बाग़ीयों के ख़िलाफ़ बरसरे पैकार है, फ़ौजी मदद देने का अब तक कोई फ़ैसला नहीं किया है। पाकिस्तान के वज़ीरे दिफ़ा ख़्वाजा आसिफ़ ने आज कहा कि पाकिस्तान सऊदी अरब की इलाक़ाई यकजहती के तहफ़्फ़ुज़ का पाबंद अह्द है, लेकिन हम ने जारी जंग में शिरकत का अब तक कोई फ़ैसला नहीं किया है।
हम कोई त्यक़्कुन नहीं दे सकते, हम ने सऊदी ज़ेरे क़ियादत इत्तिहाद की यमन में फ़ौजी ताईद का कोई अह्द नहीं किया है। उन्हों ने कहा कि हम इस तनाज़ा में उलझना नहीं चाहते, जिस से आलमे इस्लाम में इख़तिलाफ़ात पैदा होने का अंदेशा है।
फ़र्ज़ी ख़ुतूत पाकिस्तान में पेश किए गए हैं और ये एक परेशानकुन बात है। इस के नताइज पाकिस्तान को भुगतने होंगे। उन्हों ने कहा कि पाकिस्तान एक वफ़्द सऊदी अरब रवाना करने वाला था, ताकि ममलकत की फ़ौजी ज़रूरीयात का तख़मीना कर सके, लेकिन उस की रवानगी मुल्तवी करदी गई है, क्योंकि बावक़ार अरब लीग का एक इजलास तलब किया गया है। पाकिस्तान को ख़ुशी होगी अगर मसाइल इलाक़ाई सतह पर ही हल कर लिए जाएं।