यमन में फ़ौजी ठिकाने पर ग़लती से बमबारी 30 सिपाही हलाक

ज़नजीबार में अलक़ायदा के हामी अस्करीयत पसंदों और यमनी सिपाहीयों में खूँरेज़ झड़पें
सिंह 2 / अक्टूबर ( ए पी ) जुनूबी यमन में हुकूमत के एक जंगी तय्यारा ने एक फ़ौजी ठिकाने पर ग़लती से शदीद बमबारी कर दी जिस के नतीजा में कम से कम से 30 सिपाही हलाक और दीगर कई ज़ख़मी होगए । ओहदेदारों ने कहाहै कि हफ़्ता की शाम सूबा अबियान के फ़ौजी ठिकाना पर सरकारी जंगी तय्यारा ने ग़लती से बमबारी की थी । ये फ़ौजी ठिकाना एक स्कूल के इमारत में क़ायम किया गया था । जहां 119 वीं ब्रिगेड से वाबस्ता सिपाहीयों को टहराया गया था । ये स्कूल सुबाई दार-उल-हकूमत ज़नजीबार के मशरिक़ में है जहां पर अलक़ायदा से रब्त रखने वाले अस्करीयत पसंदों का माह मई से कंट्रोल है । जिस के ख़ातमा के लिए गुज़शता एक माह से फ़ौजी कार्रवाई जारी है और गुज़शता चंद दिन से अस्करीयत पसंदों और सिपाहीयों में घमसान की लड़ाई छिड़ गई है। एक ओहदेदार ने अपना नाम मख़फ़ी रखने की शर्त पर कहा कि फ़िज़ाई हमला के फ़ौरी बाद अस्करीयत पसंदों की एक टोली स्कूल पहुंच गई जहां उन्हों ने कई ज़ख़मी सिपाहीयों को गोली मार कर हलाक कर दिया गया । यमनी फ़ौज और अस्करीयत पसंदों के महाज़ पर वाक़्य बिगदार स्कूल के अतराफ़ हफ़्ता को हुई घमसान लड़ाई में 28 सिपाही और अस्करीयत पसंद हलाक हुए थे । यमनी फ़ौज का 119 वां ब्रिगेड सदर अली अबदुल्लाह सालिह की हुकूमत के ख़िलाफ़ इलम बग़ावत बुलंद करते हुए उन की बेदखली के लिए अवामी एहतिजाज में शामिल होगया है । इस ब्रिगेड को जुनूब में अस्करीयत पसंदों के ख़िलाफ़ लड़ने केलिए अमरीका से ख़ातिरख़वाह फ़ौजी मदद हासिल हो रही है ।
क़ज़ाफ़ी के टाउन में घमसान की लड़ाई
हज़ारों अफ़राद का तख़लिया तिब्बी एमरजैंसी जैसे हालात
सीरत 2 / अक्टूबर (ए एफ़ पी) लीबिया के मफ़रूर मर्द आहन मुअम्मर क़ज़ाफ़ी के महसोरा आबाई शहर सीरत से शहरीयों के बड़े पैमाने पर दीगर इलाक़ों को फ़रार होने का सिलसिला जारी है । इस दौरान बैन-उल-अक़वामी इमदादी इदारा रेडक्रास ने इस इलाक़ा में अवाम की सेहत को लाहक़ ख़तरात के अंदेशों के तहत एमरजैंसी के बारे में ख़बरदार कर दिया है। इस दौरान क़ज़ाफ़ी के आबाई टाउन पर क़बज़ा के लिए वफादारों और बाग़ीयों के दरमयान घमसान लड़ाई में मज़ीद शिद्दत पैदा होगई है जिस के नतीजा में सारा इलाक़ा बंदूक़ और तोपों और की घन गरज से दहल गया है । इस इलाक़ा से कई अफ़राद ख़वातीन और बच्चों को लेकर दूसरे इलाक़ों को मुंतक़िल हो रहे हैं । इख़राज और दाख़िला के मुक़ामात पर नई उबूरी कौंसल के ज़िम्मेदार शहरीयों की शनाख़ती तफ़तीश मसरूफ़ है । एक तलाशी मर्कज़ पर मुक़ामी शहरी अली फ़र्ज ने जो अपनी बीवी और बच्चों के साथ दूसरे इलाक़ा को मुंतक़िल हो रहे थे कहाकि कल भी घमसान की लड़ाई हुई आज दिन भर राकेट बरसते रहे । अब हम मज़ीद यहां नहीं रह सकते । रेडक्रास की टीम जो ज़रोतमनद अवाम को अदवियात पहूँचाने में मसरूफ़ है कहा कि गुज़शता रोज़ मुक़ामी हॉस्पिटल भी एक राकेट गिर पड़ा । सारे लीबिया पर क़ज़ाफ़ी की मुख़ालिफ़ उबूरी कौंसल का कंट्रोल क़ायम होगया है । लेकिन सीरत पर हनूज़ क़ज़ाफ़ी का कंट्रोल है और उन के जानिसार वफ़ादार अपने आख़िरी ठिकाने पर कंट्रोल बरक़रार रखने की जान तोड़ कोशिश में मसरूफ़ हैं । जिन्हें पसपा करने केलिए उबूरी कौंसल ने अपने जंगजूओं को कसीर तादाद में रवाना किया है। सलीब अह्मर और हिलाल अह्मर सोसायटीज़ की जानिब से इबन-ए-सीना हॉस्पिटल के अतराफ़ हमले करने की अपील की गई थी जो बेअसर साबित हुई है । इस सोसाइटी के ज़िम्मेदारों ने सूरत-ए-हाल को इंतिहाई संगीन क़रार दिया है । इबन-ए-सीना हॉस्पिटल के स्टाफ़ ने कहा कि ऑक्सीजन और जनरेटर केलिए ईंधन ना होने की सबब कई अफ़राद फ़ौत हो रहे हैं। बावर किया जाता हीका मुअम्मर क़ज़ाफ़ी सरहदी इलाक़ा में रुपोश हैं जबकि उनके तमाम अफ़राद ख़ानदान नाइजीरावर तीवनस फ़रार होचुके हैं।उबूरी कौंसल उनकी तलाश में मसरूफ़ है।