बर्क़ी बोहरान के ख़िलाफ़ बी जे पी का एहतेजाज आज तीसरे दिन में दाख़िल होगया हालाँकि पार्टी के सीनियर क़ाइद यशवंत सिन्हा और दीगर अफ़राद को इलैक्ट्रिसिटी बोर्ड के एक ओहदेदार पर मुबय्यना हमले की बिना पर अदालती तहवील में दे दिया गया है क्योंकि उन्हों ने ज़मानत पर रिहाई क़बूल करने से इनकार किया था।
झारखंड स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड हज़ारी बाग़ शाख़ के दफ़्तर के अहाते में एहतेजाज जारी रखते हुए बी जे पी कारकुन आज सुबह दफ़्तर में कारकुनों के साथ मुतसादिम होगए और मुलाज़िमीन और ओहदेदारों को अपने फ़राइज़ की अंजाम दही से रोकने की कोशिश की। पुलिस ने हज़ारी बाग़ बी डी ओ प्यारे लाल के दफ़्तर का क़ुफ़ल तोड़ दिया।
पार्टी कारकुनों के एक और ग्रुप ने परिषद रोड और बर्हि रोड पर नाका बंदी करके ट्रैफ़िक में तक़रीबन एक घंटा ख़ललअंदाज़ी की। बी जे पी कारकुन ने कहा कि एहतेजाज मुतालिबा तस्लीम किए जाने तक जारी रहेगा।
साबिक़ वज़ीर-ए-ख़ारिजा यशवंत सिन्हा और उन के साथीयों ने आज ज़मानत पर रिहाई की दरख़ास्त पेश नहीं की और सरकारी ओहदेदार पर मुबय्यना हमले के इल्ज़ाम में उन्हें अदालती तहवील में भेज दिया गया। सरकारी ओहदेदार धनेश झा ने यशवंत सिन्हा और दीगर के ख़िलाफ़ मुबय्यना हमले की एफ़ आई आर दर्ज करवाई है।