साबिक मरकज़ी वज़ीर और बीजेपी के सीनीयर लीडर यशवंत सिन्हा से झारखंड के वज़ीर ए आला को लेकर बार-बार पूछे जा रहे सवालों पर वो इस कदर बौखलाए कि एक तकरीब में उनका गुस्सा फूट गया। उन्होंने अपना आपा खो दिया और काबिल ऐतराज़ अल्फाज़ का इस्तेमाल करते हुए जवाब दिया।
उन्होंने कहा कि कोई भी चू …(काबिल ऐतराज़ अल्फाज़) चीफ मिनीस्टर बन सकता है। मैं यहां पर कुछ नहीं हूं। सिन्हा रांची में झारखंड चेंबर ऑफ कॉमर्स में रियासत के बजट पर एक प्रोग्राम से खिताब कर रहे थे। सिन्हा के बयान पर भाजपा के लीडरों ने किसी भी तरह के तब्सिरा करने से इंकार कर दिया।
कई सियासी पार्टियों ने सिन्हा के बयान की मुज़म्मत की है। झारखंड कांग्रेस के रियासती सदर सुखदेव भगत ने जवाब देते हुए कहा कि इतने एजाज वाले और तजुर्बेकार लीडर से ऐसी गंदी ज़ुबान की उम्मीद नहीं थी।
गौरलतब है कि हाल ही में झारखंड में बिजली को लेकर शुरू किए गए तहरीक के लिए सिन्हा सुर्खियों में थे और इसी वजह से उन्हे हजारीबाग में 15 दिन जेल में भी बिताने पडे थे।