मर्कज़ी वजीरे फैनान्स पी चिदंबरम ने सेंसेक्स में उछाल को लेकर बीजेपी पर चुटकी ली है। चिदंबरम ने सीनियर लीडर यशवंत सिन्हा और बागी लीडर जसवंत सिंह पर सख्त तन्क़ीद की है।
चिदंबरम ने कहा कि सेंसेक्स ने तब जश्न मनाना शुरू किया जब यशवंत सिन्हा ने चुनाव न लड़ने का फैसला किया। और सेंसेक्स ने अपना जश्न तब भी जारी रखा जब जसवंत सिंह को बीजेपी से निकालने का फैसला सुनाया गया। ये दोनो लीडर साबिक में बीजेपी की हुकूमतों में वजीरे फैनान्स रह चुके हैं।
चिदंबरम ने कहा कि तरक्की के नजरिए से दो साल बेहद खराब रहे। उस वक्त के वजीरे फैनान्स यशवंत सिन्हा के वक्त में ये हुआ। वो एक भुलाने लायक याद है और मुझे उम्मीद है कि ये ऐसा ही रहेगा। चिदंबरम ने मईशत के मौजू पर एक प्रेस कांफ्रेंस में दोनों लीडरों पर जमकर तन्कीद की।
चिदंबरम ने बीजेपी के पीएम उम्मीदवार नरेंद्र मोदी पर भी हमला बोलते हुए कहा कि जब मोदी किसी शख्स को उसके मज़हब और फिर्के को लेकर निशाना बनाते हैं जो उनके किरदार में ग़डब़ड साफ दिखती है। अगर मोदी अशोक चव्हाण पर सवाल उठाते हैं तो उन्हें ऐसे बदउनवान लोगों पर भी सवाल उठाना चाहिए जो बीजेपी में ही हैं।
चिदंबरम ने कहा कि मोदी जैसे शख्स का पीएम के ओहदे का उम्मीदवार होना शर्मनाक है। काश में वाराणसी से चुनाव लड़ पाता, लेकिन मेरी हिंदी अच्छी नहीं है, ऐसे में यहां चुनाव प्रचार करना मुश्किल होगा। मेरी इच्छा है कि मोदी मेरे चुनाव क्षेत्र से लड़ें। कांग्रेस मोदी के खिलाफ वाराणसी में मजबूत उम्मीदवार उतारेगी, इसमें एक या दो दिन लगेंगे।