इसराईल की वज़ीरे इंसाफ़ और फ़लस्तीनी अथार्टी के साथ अमन मुज़ाकरात के लिए इसराईली सरबराह ज़ेपी लियोनी ने दो टोक और वाशिगाफ़ अंदाज़ में कह दिया है कि ये सवाल ही पैदा नहीं होता कि इसराईल किसी ऐसे फ़लस्तीनी क़ैदी को रिहा करे जिस पर यहूदीयों को क़त्ल करने में मुलव्विस होने का इल्ज़ाम है।
लियोनी ने इस अमर का इज़हार अमरीकी वज़ीर-ए-ख़ारजा की कोशिशों से इसराईल और फ़लस्तीनी अथार्टी के दरमयान मुज़ाकरात शुरू होने के ठीक सात यौम के अंदर अंदर कर दिया है। लियोनी का कहना था कि इसराईल सिर्फ़ उन फ़लस्तीनीयों को छोड़ेगा जो मामूली जराइम के इल्ज़ाम में इसराईली जेलों में क़ैद हैं।
अलबत्ता उन्हों ये ऐलान किया कि इसराईल अगले हफ़्ते के दौरान फ़लस्तीनी क़ैदीयों के उन पहले चार ग्रुपों को रहा करने जा रहा है जिन्हें तवील अर्से से क़ैद में डाल रखा है।