यहूदीयों को बचाने वाला मुस्लमान

तहरान 25 दिसमबर (एजैंसीज़) एक जर्मन सनअतकार ऑस्कर शैंडलर जिस ने क़तल-ए-आम के दौरान हज़ारों यहूदीयों को मुलाज़मत पर रखा था ताकि उन्हें अज़ीयत नाक कैंपस की ज़िंदगी से बचाया जा सके, को एक अहम मशहूर किताब और एकेडेमी एवराड जीतने वाले फ़िल्म के ज़रीया लाज़वाल करदिया गया। इसी जर्मन सनअतकार के ईरानी हमअसर अबदालहसीन सरदारी को भी अब प्रैस की सुर्ख़ीयों में देखा जा रहा है ।

किताब में मिस्टरसरदारी का ज़िक्र करते हुए बताया गया है कि किस तरह उन्होंने नाज़ियों के क़बज़ा के दौरान पैरिस में अपनी सिफ़ारती पोज़ीशन का इस्तिमाल करते हुए ईरानी यहूदीयों के लिए पासपोर्ट हासिल करने मन घड़त कहानियां सुनाकर उन्हें जर्मन हुक्काम की जांच पड़ताल से दूर रखा। सरदारी एक मुस्लमान थे जिन की 1941 में पैरिस में पोस्टिंग अमल में आई थी। नाज़ी फ़ौजकशी के दौरान मिस्टर सरदारी उस वक़्त ईरान के छोटे से सिफ़ारत ख़ाना में एक आला ओहदे पर फ़ाइज़ थे।