यह महिला सोमालिया की प्रथम मुस्लिम महिला राष्ट्रपति बन कर रच सकती है इतिहास

हर चीज़ के प्रति हमारी कुछ अपेक्षाएं रहती हैं, और इन अपेक्षाओं को नापसंद भी किया जा सकता है, लेकिन इनको सभी स्तर पर पहचाना जाता है, खासतौर पर बात अगर राष्ट्रपति चुनावों की हो | आप जानते हैं कि किसी देश के प्रमुख की भूमिका में एक मुस्लिम महिला का होना बेहद असामान्य है | खासतौर पर, सोमालिया जैसे देश में यह लगभग असंभव है | लेकिन आशाएं हमेशा रहती हैं और इस बार हमारी आशा हैं फदुमो दायीब |

दायीब केन्या में पैदा हुयी थी, और सोमाली माता-पिता की बेटी हैं | अपने ग्यारह बच्चों की बीमारी से मौत हो जाने के बाद दायीब की माँ ने बेहतर चिकत्सा के लिए पड़ोसी देश की यात्रा की | फलस्वरूप, दायीब जो अपने माता-पिता की 12वीं संतान थी बच गयी | 1989 में उनके परिवार को केन्या से निष्कासित कर दिया गया, तब परिवार ने मोगादिशु में आकर जीवन की फिरसे शुरुआत करने की कोशिश की | लेकिन फिर सियाद बर्रे शासन का पतन हुआ और गृह युद्ध छिड़ गया | 26 साल पहले सोमालिया में गृह युद्ध छिड़ने पर, फदुमो के परिवार ने अपना सबकुछ बेच कर अपनी जवान बेटी की सुरक्षा के लिए उसे विदेश भेज दिया | 18 साल की उम्र में जब फदुमो यूरोप पहुँच तब वह बेहद गरीब और कम शिक्षित थी | अब सार्वजनिक स्वास्थ्य की विशेषज्ञ और एक पुरस्कार विजेता सामाजिक कार्यकर्ता, फदुमो दायीब अपने देश में लौट कर हत्याओं और भ्रष्टाचार को समाप्त करना चाहती हैं और सोमालिया को समृद्धि और स्थिरता की दिशा में ले जाना चाहती हैं।

फिनलैंड में, दायीब ने एक क्रिटिकल केयर नर्स के रूप में अध्ययन किया, उन्होंने संयुक्त राष्ट्र के लिए स्वास्थ्य विशेषज्ञों को प्रशिक्षित किया और डोक्टरेट की उपाधि भी प्राप्त की। वह निजी क्षेत्र में शरणार्थियों के लिए रोजगार पर के मुद्दे पर भी काम करती हैं और वे हार्वर्ड विश्वविद्यालय में लोक प्रशासन के अध्ययन के लिए एक फैलोशिप जीत चुकी हैं।

 

2015 में हार्वर्ड केनेडी स्कूल (HKS) में सेमेस्टर के आखरी दिनों में दायीब के साथ चर्चा के दौरान दायीब ने सोमालिया के परिवर्तन के अपने नज़रिए पर बात की और बताया की वह सोमालिया की पहली निर्वाचित महिला राष्ट्रपति के रूप में देश का नेतृत्व कर वहां बदलाव लाना चाहती है।

 

“अगर मैं सपने देखती हूँ, तो मेरे पास उन सपनो को साकार करने के लिए कौशल और क्षमता है | यही कारण है मैं आज यहाँ पर हूँ ,” हार्वर्ड केनेडी स्कूल (HKS) में बातचीत में दायीब ने कहा | “मैं अपने साथ इसी महत्वाकांक्षा, प्रेरणा, विश्वास और आशा को सोमालिया ले जा रही हूँ,” दायीब ने आगे कहा ।

 

वहाँ राष्ट्रपति पद के लिए 18 उम्मीदवार हैं, जिनमें मौजूदा राष्ट्रपति हसन शेख महमूद, एक पूर्व शैक्षणिक और सामाजिक कार्यकर्ता भी शामिल हैं, जो 2012 से सत्ता में हैं | इन उम्मीदवारों में दायीब अकेली महिला हैं ।

 

हालांकि दायीब के जीतने के आसार बेहद कम हैं लेकिन उनके प्रचार से सोमालिया में काफी प्रभाव पड़ा है | सोमालिया में महिलाओं के बारे में चर्चा शुरू हुयी है | खुद उम्मीदवार के मुताबिक सोमालिया की 11 मिलियन की आबादी को एहसास हुआ है कि मौजूद राजनितिक विकल्पों से अलग विकल्प भी अब उनके बीच मौजूद है |

 

“2020 में यहाँ फिर लोकतांत्रिक चुनाव होगा और फिर … हम जीतेंगे,” दायीब ने कहा। ” सोमालिया में लोग आश्चर्य में हैं क्योंकि मैं अचानक से सामने आई और सत्ता में मौजूद लोगों को चुनौती देने में कामयाब रही … और अब देश के अंदर हर कोई जानता है कि मैं कौन हूँ ।”

 

उनके शब्दों से यह ज़ाहिर है वह एक मजबूत इरादों और इच्छाशक्ति की मालकिन हैं। यह उसे इस मुश्किल स्थिति में सोमालिया का राष्ट्रपति बनने में मदद करेगा। दायीब ने यह भी कहा है कि उनके पास लोक प्रशासन एडवर्ड एस मेसन कार्यक्रम बेहतरीन शैक्षिक अनुभव है, जो विकासशील देशों की नव औद्योगीकृत और बदलती हुयी अर्थव्यवस्था में नेताओं के लिए काफी मददगार है। उन्होंने बताया कि वह खुद को 2020 के चुनाव के लिए अच्छी तरह तैयार कर रही हैं जिससे वह एक अच्छी राष्ट्रपति बन सके | “हम सभी गृह युद्ध समाप्त करने के लिए बेसब्री इंतजार कर रहे हैं”, उन्होंने कहा |

 

हम भी सोमाली इतिहास में एक राष्ट्रपति के रूप में पहली मुस्लिम महिला के द्वारा सोमालिया के पुनर्जागरण के गवाह बनना चाहते हैं।

 

[मूल लेख mvslim.com से लिया गया है जिसका अनुवाद सियासत द्वारा किया गया है]