नई दिल्ली: याकूब मेमन की दरखास्त खारिज करने वाले सुप्रीम कोर्ट के जज दीपक मिश्रा को धमकी भरा खत मिला है। इसमें लिखा है, “हम तुम्हे छोडेंगे नहीं।” ये खत उनके घर के बाहर मिला। धमकी भरा खत के मिलने के बाद जस्टिस मिश्रा समेत याकूब की दरखास्त नामंजूर करने वाले सुप्रीम कोर्ट के तीनों जजों की सेक्युरिटी बढा दी गई है।
जस्टिस मिश्रा के बंगले के बाहर पुलिस ने सेक्युरिटी का घेरा और मजबूत कर दिया है। उनके घर पर दिल्ली पुलिस के कमांडो को उनकी सेक्युरिटी में तैनात किया गया है। पुलिस सभी आने-जाने वालों पर कडी नजर रख रही है। जस्टिस मिश्रा तीन जजों की उस बैंच में शामिल थे, जिसने जिन्होंने याकूब की मौत की सजा पर आखिरी मुहर लगाई थी। उन्हें खाकी लिफाफे में धमकी भरे दो कागज मिले।
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इस खत में किसी तंज़ीम का नाम नहीं लिखा है। इसके अलावा एहतियातन एटॉर्नी जनरल की सेक्युरिटी भी बढाई गई है जिन्होंने हुकूमत की तरफ से याकूब की दरखास्त का एहतिजाज किया था। साथ ही जस्टिस अनिल दवे की सेक्युरिटी भी बढाई गई है।आपको बता दें कि 30 जुलाई को याकूब की दरखास्त पर सुप्रीम कोर्ट में रातभर बहस चली थी।
सदर जम्हूरिया की ओर से रहम की दरखास्त खारिज होने के बाद कई जाने-माने वकीलों ने याकूब की पैरवी करते हुए उसे और वक्त देने की मांग की थी। लेकिन कोर्ट ने दरखास्त को खारिज करते हुए याकूब की फांसी पर मुहर लगा दी थी। इसकी सुनवाई जस्टिस दीपक मिश्रा ने ही की थी।