यासिन भटकल की हिदायत पर हैदर और मोनू पहुंचे थे झारखंड

झारखंड में दहशतगर्द तंजीम इंडियन मुजाहिदीन (आइएम) का मॉडय़ूल तहसीन उर्फ मोनू और हैदर ने मिल कर तैयार किया है। इस बात का खुलासा पटना सीरियल ब्लास्ट के मामले में गिरफ्तार इम्तियाज ने किया है। इम्तियाज ने पुलिस को बताया है कि उसे सिर्फ रांची मॉडय़ूल के बारे में जानकारी है।

रांची मॉडय़ूल के तमाम रुक्न सीठियो के रहनेवाले हैं। झारखंड के दूसरे जिलों में तैयार आइएमए के मॉडय़ूल के बारे उसे जानकारी नहीं है। इम्तियाज से पूछताछ करनेवाले अफसरों के मुताबिक, यासिन भटकल की हिदायत पर मोनू और हैदर ने झारखंड में आइएम का मॉडय़ूल तैयार करने की कवायद शुरू की थी। भटकल की गिरफ्तारी से पहले मोनू और हैदर रांची आये थे। मोनू हिंदपीढ़ी में किराये का मकान लेकर रहा था। नौजवानों को तंजीम से जोड़ने के लिए मोनू और हैदर एक साथ झारखंड के कई इलाके जा चुके हैं।

किस तरह जुड़ा इम्तियाज, मोनू और हैदर का ताल्लुक

इम्तियाज के मुताबिक रांची में रह कर मोनू और हैदर मुखतलिफ़ मुकामात पर मजहबी तक़रीर देते थे। मजहबी रुझान के होने की वजह इम्तियाज भी ऐसे जलसों में शामिल हुआ करता था। इसी दौरान मोनू और हैदर उसके करीब आये। इसके बाद दोनों इम्तियाज के घर आने-जाने लगे। घर में ही बैठक होती थी। शुरुआत में इम्तियाज को यह नहीं पता था कि दोनों आइएम से जुड़े हैं। इम्तियाज के वजह ही दोनों सीठियो के दूसरे नौजवान के राबते में आये। बाद में तमाम आइएम के लिए काम करने लगे।

मोनू और हैदर ने किया था बम का टाइम सेट

पटना में हुए सीरियल ब्लास्ट में बमों की टाइमिंग मोनू और हैदर ने मिल कर सेट की थी। इम्तियाज ने पुलिस को बताया है कि मोनू और हैदर बम बनाने एक्सपर्ट है। दोनों ने ही उसे धमाके के लिए बम दिये थे। अब पुलिस यह पता लगा रही है, कि धमाके के सामान दोनों तक कहां से आते थे।