यासीन भटकल को सिलसिले वार धमाके मामले में पूछताछ के लिए अहमदाबाद लाया गया

अहमदाबाद: फांसी की सजा पा चुके आतंकवादी और इंडियन मुजाहिदीन के संस्थापक मोहम्मद अहमद सदपा उर्फ ​​यासीन भटकल और कई धमाकों और अन्य आतंकवादी घटनाओं में उसके साथी असद अल्लाह अख्तर उर्फ ​​हड्डी को गुजरात के अहमदाबाद में 27 जुलाई 2008 को हुए सिलसिलेवार धमाकों के मामले की जांच के संबंध में कड़ी सुरक्षा में यहां लाया गया|

अहमदाबाद में करीब डेढ़ घंटे में हुए 20 धमाकों में 50 से अधिक लोग मारे गए थे जबकि 150 से अधिक घायल हुए थे। यासीन और असद को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बिहार और नेपाल की सीमा से 28 अगस्त 2013 को पकड़ा था। वह बेंगलूर और वाराणसी में 2010 में, पुणे में 2012 और मुंबई और हैदराबाद में 2013 में हुए विस्फोट सहित ऐसे कई अन्य घटनाओं का महत्वपूर्ण मास्टरमाइंड था|

पिछ्ले साल दिसंबर में हैदराबाद में एनआईए की विशेष अदालत ने उसे फांसी की सजा सुनाई थी जिसके बाद से वह दिल्ली में उच्च सुरक्षा वाली तिहाड़ जेल में बंद था। अहमदाबाद पुलिस की क्राइम ब्रांच हिरासत में लेने की कोशिश कर रही थी। कल अदालत से मंजूरी मिलने के बाद यासीन आज विमान से यहां लाया गया और एक बुलेटप्रूफ कार में उसे हवाई अड्डे लाया गया। असद को इससे पहले ही यहाँ लाया जा चुका था| कराईम शाखा के एक अधिकारी ने बताया कि दोनों अलग लाया गया है।

उनसे अहमदाबाद विस्फोट के संबंध में पूछताछ की जाएगी। जरूरत पड़ने पर उन्हें सूरत भी ले जाया जा सकता है जहां उनके ही इशारे पर सलसलसह बम धमाके की कोशिश नाकाम हो गई थी। गुजरात पुलिस के आतंकवाद विरोधी दस्ते भी उनसे पूछताछ करेंगे। 34 वर्षीय भटकल जन्म कर्नाटक में हुई थी और उसने 2006 में पाकिस्तान में आतंकवादी हमलों की प्रशिक्षण ली थी।