याक़ूब मैमन को सज़ाए मौत पर असदुद्दीन ओवैसी के बयान पर तनाज़ा

हैदराबाद: मुंबई धमाकों के मुक़द्दमे में याक़ूब मैमन को दी गई सज़ाए मौत पर एक तनाज़ा पैदा होगया है। मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लेमीन‌ के सदर असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि याक़ूब मैमन को इस के मज़हब के सबब इस अंजाम पर पहुंचना पड़ा है। जिस के जवाब में बी जे पी रुकन पार्लियामेंट साक्षी महाराज ने कहा कि अदलिया का एहतेराम ना करने वाले पाकिस्तान जा सकते हैं।

बी जे पी ने इल्ज़ाम आइद किया कि असदुद्दीन ओवैसी, दहशतगर्दी के मसले पर फ़िर्ख़ापरस्त सियासत में मुलव्विस होरहे हैं और कहा कि इस से बदतरीन और कोई चीज़ नहीं होसकती। असदुद्दीन ओवैसी ने इस मसले पर तनाज़ा पैदा करते हुए मुंबई धमाकों के मुक़द्दमे में जुर्म के वाहिद मुर्तक़िब को तख़्तेदार पर भेजने से मुताल्लिक़ हुक्म पर सवाल उठाया और दरयाफ़त किया कि बाबरी मस्जिद की इन्हिदामी, मुंबई और गुजरात फ़सादात‌ के ख़ातियों को ऐसी सज़ा क्यों नहीं दी गई? जो ख़ुद भी एक असल गवाह है?।

इस दौरान बी जे पी के एम पी साक्षी महाराज ने कहा कि फ़िर्कापरस्ती पर मबनी सियासत को ख़त्म किया जाये। साक्षी महाराज ने कहा कि याक़ूब मैमन को हम ने नहीं अदालतों ने सज़ा दी है, दहशतगर्दी में दहशतगर्द ही होता है। फ़िर्कापरस्ती की सियासत ख़त्म की जानी चाहिए। मर्कज़ी वज़ीर प्रकाश जावडेकर ने कहा कि असदुद्दीन ओवैसी को हर चीज़ में मज़हब नज़र आता है।

दहश्तगर्दी के मसले पर फ़िर्क़ापरस्त सियासत की इस से बदतर और कोई शक्ल नहीं होसकती है। प्रकाश जावडेकर ने याद दिलाया कि असदुद्दीन ओवैसी ने एक पार्लीमानी कमेटी के इजलास में अग्नी, आकाश और अर्जुन जैसे दिफ़ाई असलाह के नामों को हिंदू क़रार दिया था जिस पर वहां मौजूद एक ऑफीसर ने उन से कहा था कि इन मिज़ाईलों के मुअम्मार मुमताज़ साईंसदाँ ए पी जे अब्दुकलाम‌ ही थे जो सदर जम्हूरिया के जलील-उल-क़दर मंसब पर भी फ़ाइज़ हुए।