इंदौर: आरएसएस ने इस विचार को खारिज कर दिया कि उसने अपने यूनयूफार्म खाकी निक्कर को ब्राउन ट्राउज़र युवाओं को आकर्षित करने बदल दिया है। नागौर राजस्थान में जारी तीन दिन कि बैठक में आरएसएस भारतीय प्रतीनिधि सभा की बैठक में ड्रेस बदलने का फैसला किया गया है।
संघ का ये ड्रेस पिछले 91 साल से जारी था। आरएसएस के मालवा प्रांत के प्रमुख प्रकाश शास्त्री ने कहा कि यह कहना सही नहीं है कि हम युवाओं को आकर्षित करने कपड़े बदलने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि अगर युवा आरएसएस की विचारधारा से सहमत न हों तो वह केवल कपड़े की वजह से संगठन के साथ ज्यादा देर नहीं रह सकते। आरएसएस जुनून के साथ काम करने वाली संस्था है और अगर युवा संघ के विचारों को स्वीकार कर लें तो वह लंबे समय तक उसके साथ रह सकते हैं। उन्होंने कहा कि खाकी निक्कर को ट्राउज़र से बदलने का फैसला विस्तृत विचार और परामर्श के बाद किया गया है।