हैदराबाद 28 नवंबर: गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने देश के उच्च पुलिस अधिकारियों से कहा कि वह किसी भी व्यक्ति या युवा को रेडिकलिईज़ेशन के केवल आरोप में गिरफ्तार या परेशान न करें जब तक उनके पास ठोस सबूत उपलब्ध न हो।
गृह मंत्री ने कहा कि स्वैच्छिक संगठन जो गलत कारियों में शामिल नहीं हैं ‘तरक़्क़ीयाती काम जारी रख सकती हैं लेकिन उन्होंने ऐसे संगठनों को चेतावनी दी है कि जो क़ौम मुख़ालिफ़ सरगर्मीयों में शामिल हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे संगठनों को बख्शा नहीं जाएगा।
गृह मंत्री राजनाथ सिंह यहां सरदार वल्लभ भाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस एकेडेमी में डायरेक्टर्स जनरल पुलिस और इंस्पेकटरस जनरल पुलिस के वार्षिक सम्मेलन के समापन सत्र को संबोधित कर रहे थे। गृह मंत्री ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से बहुत स्पष्ट रूप से कह दिया कि किसी भी निर्दोष को केवल रेडिकलिईज़ेशन के आरोप उत्पीड़न या गिरफ्तार नहीं किया जाना चाहिए।
किसी भी व्यक्ति या व्यक्ति को उसी समय गिरफ्तार किया जाना चाहिए जब आरोपी के खिलाफ स्पष्ट और ठोस सबूत हासिल कर लिया जाए। आधिकारिक सूत्रों ने यह बात बताई। गृह मंत्री ने हालांकि डायरेक्टर्स जनरल पुलिस और इंस्पेकटरस जनरल पुलिस को निर्देश दिया कि वह युवाओं को ऑनलाईन बाग़ियाना विचारों का शिकार बनाए जाने के प्रयासों के खिलाफ चौकस रहें और वह राज्यों में साइबर सेक्यूरिटी को स्थिर करें।
इस तीन दिवसीय सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में गृह मंत्री ने पुलिस अधिकारियों से कहा था कि राज्य और केंद्रीय फोर्सेस के बीच निकट सहयोग की वजह से ऐसे युवा देश में आतंकवादी हमले करने में सफल नहीं हो सके जो ऑनलाईन बगावती विचारों का शिकार हुए थे या फिर वह आईएसआईएस समूह से प्रभावित हुए थे।
उन्होंने कहा कि अब तक आईएसआईएस से प्रभावित होने वाले 67 युवाओं को देश में गिरफ्तार किया गया है।इस बैठक में भी गृह मंत्री ने स्वैच्छिक संगठनों के खिलाफ कार्रवाई का मुद्दा उठाया और कहा कि किसी भी ग़लतकारी पाक संगठन को सरकार की ओर से किसी तरह की कार्रवाई का निशाना नहीं बनाया जाएगा लेकिन जो संगठन कथित तौर पर तरक़्क़ीयाती कामों के नाम पर क़ौम मुख़ालिफ़ सरगर्मीयों में लिप्त हैं उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।
सरकार ने हाल ही में विवादास्पद विद्वान जाकिर नाईक की ओर से चलाई जाने वाली संगठन पर रोक लगा दी थी और उस पर आतंकवादियों से संबंध के आरोप लगाए गए थे।