यूजीसी ने कैशलेस व्यवस्था को स्वीकार करते हुए शहर के सभी कॉलेजों के लिए नोटिस ज़ारी किया है। जिसके अनुसार कॉलेज में होंने वाला पैसो का लेनदेन अब कैश में ना होकर ऑनलाइन होगा।
हालाँकि बहुत से कॉलेज पहले से ही फीस के लिए ऑनलाइन भुगतान का तरीका अपना चुके हैं लेकिन अब वो छोटे छोटे लेन देन जैसे कैंटीन फीस, पार्किंग फीस और पत्रिका फीस के लिए भी कोई उपाय सोच रहे हैं। यूनिवर्सिटी ऑफ मुम्बई ने अपने सभी कॉलेजों को उच्च मंडल द्वारा दी गयी आज्ञा का पालन करने हेतु परिपत्र भेज दिया है।
यूनिवर्सिटी ऑफ मुम्बई के रजिस्ट्रार एमए खान ने बताया कि सभी कॉलेजों को कैशलेस नीति अपनानी पड़ेगी। कुछ कॉलेज जैसे वेलिंगकार इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट पहले से ही यह नीति अपना चुके हैं जबकि कुछ कॉलेजों को अब अपनानी पड़ेगी।
केसि कॉलेज की प्रिंसिपल मंजू निचानी ने बताया कि इस साल से ट्यूशन फीस के लिए हमने ऑनलाइन भुगतान का आरम्भ कर दिया था। अब कैंटीन में कैशलेस नीति अपनाने के लिए हम योजना बना रहे हैं। कैंटीन कॉन्ट्रेक्टर से हमने पेटीएम् और इसी तरह के कोई और सॉफ्टवेयर प्रयोग करने की बात की है।