यूनान को तीन साल में इज़ाफ़ी 50 अरब यूरो की ज़रूरत

आलमी मालीयाती फ़ंड (आई एम एफ़) ने कहा है कि यूनान को मौजूदा मुतनाज़े बेल आउट पैकेज के दौरान भी अपने माली मुआमलात को दरुस्त रखने के लिए इज़ाफ़ी 50 अरब यूरो की ज़रूरत होगी। आलमी मालीयाती फ़ंड ने इस के साथ यूनान की शरह को 2.5 फ़ीसद से कम कर के सिफ़र कर दिया है।

आलमी मालीयाती फ़ंड के मुताबिक़ यूनान को मौजूदा बेल आउट पैकेज के दौरान भी अपनी माली हालत को बेहतर रखने के लिए इज़ाफ़ी 50 अरब यूरो दरकार होंगे। इस के इलावा मालीयाती इदारे ने अपनी इस राय को भी दोहराया है कि यूनान को क़र्ज़ में सहूलत देने के लिए कम सूद पर रक़म और क़र्ज़ की रक़म की वापसी में तौसीअ की सहूलत की ज़रूरत है।