यूनीवर्सिटी में इज़हारे ख़्याल की आज़ाद के हक़ का तहफ़्फ़ुज़: अप्पा राव‌ का बयान

हैदराबाद 26 मार्च: वाइस चांसलर हैदराबाद सेंट्रल यूनीवर्सिटी प्रोफेसर अप्पा राव‌ ने सहाफ़ती बयान में कहा कि यूनीवर्सिटी हमेशा इज़हारे ख़याल की आज़ादी के हक़ के तहफ़्फ़ुज़ की पाबंद रही है और किसी भी तरह की राय को मुस्तर्द करने का हक़ यूनीवर्सिटी को हासिल नहीं है।

उसी लिए यूनीवर्सिटी की तरफ से हमेशा इज़हारे ख़याल की आज़ादी को फ़रोग़ देने की कोशिश की गई है। उन्होंने इस बयान के ज़रीये स्टूडेंट्स से अपील की कि वो यूनीवर्सिटी के नज़म को बेहतर अंदाज़ में चलाने के लिए इंतेज़ामीया से तआवुन करें क्युं कि फ़ी ज़माना सेमिस्टर इमतेहानात के आग़ाज़ का है जो बहुत जल्द शुरू होने जा रहे हैं।

कामयाब स्टूडेंट्स डिग्री हासिल करके नई ज़िन्दगी शुरू करते हैं इसी लिए वो बहैसीयत वाइस चांसलर असातिज़ा , ग़ैर तदरीसी अमला , इंतेज़ामीया अमला, स्टूडेंट्स और ओलयाए स्टूडेंट्स से अपील कर रहे हैं कि वो यूनीवर्सिटी मसाइल के हल और कशीदगी के ख़ातमे के लिए यूनीवर्सिटी से तआवुन करें। उन्होंने बताया कि यूनीवर्सिटी इंतिज़ामीया हमेशा से ही तलबा के मुफ़ादात के तहफ़्फ़ुज़ और उनके बेहतर मुस्तक़बिल का मुतमन्नी रहा है ।