यूपी और गुजरात में मुस्लिम तलबा की तादाद घट रही है

मायावती और मुलायम सिंह अगर चीका यूपी में ख़ुद को मुस्लमानों के चैम्पीयन क़रार देते हैं, लेकिन मुस्लमानों की हालत अज़खु़द ये ब्यान करती है कि हुकूमतों ने इनके लिए कुछ नहीं किया। यू पी और गुजरात मुल़्क की ऐसी दो रियास्तें हैं, जहां मुस्लिम तलबा की तादाद घट रही है।

तर्क तालीम करने वाले मुस्लिम तलबा की तादाद में इज़ाफ़ा हो रहा है। हालिया सर्वे में बताया गया है कि मुस्लमानों की मआशी अबतरी के बाइस मुस्लिम तलबा तालीम तर्क करके रोटी रोज़ी के लिए सरकर दां है। यूपी में 2005 में तर्क तालीम करने वालों की मुस्लिम तलबा की तादाद 78,3818 थी जबकि 2009 में ये तादाद बढ़ कर 10,45,496 हो गई। गुजरात में भी इसी मुद्दत के दौरान 19,678 से बढ़ कर 26,285 हो गई।

इससे ज़ाहिर होता है कि नरेंद्र मोदी हुकूमत ने भी मुस्लमानों के ताल्लुक़ से कोई क़दम नहीं उठाया। गुजरात के मुस्लमानों की पसमांदगी सारे हिंदूस्तान के मुस्लमानों से ज़्यादा अबतर है। गुजरात और यूपी के इलावा छत्तीसगढ़, दिल्ली, उड़ीशा, झारखंड, राजस्थान और उतताखंड में भी तर्क तालीम करने वाले मुस्लिम तलबा की तादाद बढ़ रही है।