यूपी के साबिक़ वज़ीर स्वामी ऊम वेश जिन्हें मुबय्यना तौर पर मुज़फ़्फ़रनगर में अपनी इश्तिआल अंगेज़ तक़रीरों के ज़रीये तशद्दुद बरपा करने में शामिल होने का इल्ज़ाम है और जिन्हें बिजनौर से गिरफ़्तार किया गया था, आज मुक़ामी अदालत में पेश किए जाऐंगे।
ऊमवेश को 23 सितंबर को गिरफ़्तार किया गया था जहां वो ज़िलई इंतेज़ामीया की इजाज़त के बगै़र पंचायत मुनाक़िद करने की कोशिश कररहे थे। साबिक़ रियास्ती वज़ीर को बिजनौर मुंतक़िल किया गया ताकि उन्हें एडिशनल चीफ़ जुडीशीयल मजिस्ट्रेट के इजलास पर मुज़फ़्फ़रनगर तशद्दुद से मुताल्लिक़ मुक़द्दमात के सिलसिले में पेश किया जा सके।
ऊमवेश 16 सियासतदानों और बिरादरी के क़ाइदीन में से एक हैं, जिन के गिरफ़्तारी वारंट 18 सितंबर को इमतिनाई अहकाम की ख़िलाफ़वरज़ी और ज़िला के मुख़्तलिफ़ जलसों में इश्तिआल अंगेज़ तक़रीरों के ज़रीये इमतिनाई अहकाम की ख़िलाफ़वरज़ी के इल्ज़ाम हैं। मुज़फ़्फ़रनगर और मतसला इलाक़ों में फ़िर्कावाराना झड़पों में कई इंसानी जानें ज़ाए हो चुकी हैं।