सियासी रणनीतिकार प्रशांत किशोर उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को पुनर्जीवित करने के लिए लाए गए चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने पार्टी में ब्राह्मणों को लेकर बहस छेड़ दी है। किशोर ने सुझाव दिया था कि 2017 में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी को ब्राह्मणों में पैठ बनानी होगी। उन्होंने राहुल गांधी समेत अन्य आला नेताओं की मौजूदगी में यह सुझाव दिया था।
इस सुझाव पर लखनऊ और नई दिल्ली में बैठे कांग्रेस नेताओं में तालमेल नहीं बैठ पा रहा है। एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि किशोर का आइडिया है कि बाबरी मामले से पहले ब्राह्मण कांग्रेस का कोर वोट बैंक था। इस पर फिर से ध्यान दिया जाए। सूत्रों का कहना है कि किशोर ने बताया कि कांग्रेस के अपर कास्ट आधार के चलते ही सपा और बसपा का जन्म हुआ। पार्टी में कुछ नेता उनसे सहमत भी है।
उत्तर प्रदेश में 10 प्रतिशत जनसंख्या ब्राह्मणों की है। एक सर्वे के मुताबिक 20 प्रतिशत वोट ब्राह्मणों के है। बाबरी मामले तक यह कांग्रेस के पाले में थे लेकिन इसके बाद से भाजपा के समर्थक हैं। अब प्रशांत किशोर इसे कांग्रेस के पाले में लाना चाहते हैं।