लखनऊ: मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को साइकिल मिलने के साथ ही महागठबंधन की रणनीति तय हो गई है. अखिलेश आज इसका एलान कर सकते हैं. सपा ने कांग्रेस, राष्ट्रीय लोकदल, जदयू और कुछ छोटे दलों को शामिल करके 125 सीटों का ऑफर दिया है.
अमर उजाला के अनुसार, सपा महासचिव रामगोपाल यादव ने पहले कांग्रेस, रालोद व जदयू को 100 सीट देने की पेशकश की थी, लेकिन दबाव बढ़ा तो आंकड़ा 125 तक पहुंच गया है. उन्होंने मंगलवार को लखनऊ में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से इस पर बात की. कांग्रेस के यूपी प्रभारी और राष्ट्रीय महासचिव गुलाम नबी आजाद ने भी कहा कि सपा से गठबंधन तय है.
इस बीच, कांग्रेस की सीएम पद की उम्मीदवार शीला दीक्षित ने कहा कि गठबंधन की घोषणा होते ही वे अपनी उम्मीदवारी वापस ले लेंगी. शीला पहले भी अखिलेश के मुख्यमंत्री पद के दावे से पीछे हटने की बात कह चुकी हैं. शीला ने कहा कि एक-दो दिन इंतजार करें, जल्द ही फैसला सामने आएगा.
रालोद प्रमुख अजित सिंह 30 से ज्यादा सीट मांग रहे हैं. उन्हें 20 सीट देने का प्रस्ताव दिया गया है. कांग्रेस के यूपी प्रभारी गुलाम नबी आजाद ने अजित सिंह से मुलाकात की. माना जा रहा है कि वे 25-26 सीटों पर राजी हो सकते हैं.
रालोद व जदयू पहले से एक साथ हैं. वे गठबंधन में भी साथ-साथ जाना चाहते हैं. जदयू भी सम्मानजनक स्थिति चाहता है. अखिलेश यादव ने मंगलवार को इस संबंध में जदयू नेता शरद यादव से फोन पर बात बातचीत की है.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने अखिलेश को फोन करके चुनाव में उनके लिए प्रचार करने का वादा किया है. इनके अलावा एनसीपी प्रमुख शरद पवार, पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ा भी सपा के लिए प्रचार करेंगे. मोदी सरकार और भाजपा के खिलाफ ये नेता एकजुट होने के लिए तैयार है. सूत्रों का कहना है कि सपा, कांग्रेस, रालोद के गठबंधन की पहली रैली के दौरान इन नेताओं को भी जुटाने की कोशिश की जाएगी.