यूपी चुनाव: इसौली से सपा उम्मीदवार के खिलाफ़ वोटर्स ने किया विरोध प्रदर्शन

सुल्तानपुर। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के सीएम अखिलेश यादव के इसौली सीट पर घोषित किए उम्मीदवार का फैसला इसौली के वोटरों को हज़म नहीं हो रहा है। इसी कड़ी में बुधवार राजधानी लखनऊ में सुबह से इसौली के करीब हज़ार वोटर्स सीएम आवास का घेराव कर कैंडिडेट को हटाए जाने की मांग करते रहे और देर शाम सीएम के आश्वासन के बाद थोड़ा शांत हुए।

बता दें अभी 3 दिन पहले सैकड़ों की संख्या में इसौली विधानसभा सीट के वोटरों ने सपा के घोषित उम्मीदवार अबरार अहमद के खिलाफ जिला मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन करते हुए उनका पुतला फूंका था। साथ ही इन वोटरों ने ‘इसौली बचाओ-अबरार हटाओ’ के नारे भी लगाए थे। वोटर्स क्षेत्र में विकास न होने से नाराज हैं और सपा के उम्मीदवार अबरार अहमद की उम्मीदवारी का विरोध कर रहे हैं।

जानकारी के मुताबिक राजधानी लखनऊ में बुधवार को करीब 140 गाड़ियों से 1 हज़ार वोटर्स सीएम आवास पहुंचे। इनमें क्षेत्र के उलेमा, सम्मानित व्यक्ति, प्रधान, बीडीसी और सपा की रीढ़ माने जाने वाले कुछ नेता भी मौजूद रहे। इन सभी ने सीएम आवास पर सुबह पहुंचकर कैंडिडेट बदलने की मांग रखी। मीटिंग के चलते सीएम औपचारिक मुलाकात कर निकल गए और लेटर देने की बात कही है।

इसौली सीट से कैंडिडेट बदलने की मांग लेकर ये लोग सीएम के दरबार में पहुंचे और देर शाम तक सीएम आवास पर ही डटे रहे। देर शाम सीएम अखिलेश यादव जब अपने आवास पर पहुंचे तो उन्होंने इन हज़ार लोगों से मुलाकात की और सबको सुनकर एक प्रतिनिधि मंडल को बातचीत के लिए बुलाया।

सीएम अखिलेश यादव के साथ बंद कमरे में हुई इस बातचीत का हिस्सा इसौली विधानसभा क्षेत्र के रवनिया पश्चिम के प्रधान राम नारायण यादव, सर्कन्डेडीह के वसीम खान लहुती, अस्रार वारसी सुल्तानपुरी, दाऊद्पुर खोखीपुर के अवधेश यादव और पल्हीपुर के रामशरण यादव पहुंचे। सीएम से बातचीत के दौरान इन सभी ने इसौली सीट से धर्म निरपेक्ष कैंडिडेट उतारने की बात कही। इस संदर्भ में इन सभी ने शकील अहमद का नाम पेश किया है।

साथ ही मौजूदा प्रत्याशी और इसौली विधायक अबरार अहमद को हटाने की अपनी बात रखी है। अखिलेश यादव के साथ बातचीत कर बाहर आए इस प्रतिनिधि मंडल ने बताया कि अखिलेश यादव ने पूरा आश्वासन दिया है। प्रतिनिधि मंडल ने बताया कि सीएम ने गौर कर एक-दो दिनों में फैसला लेने की बात कही है।