लखनऊ: चुनाव जीतने के लिए राजनीतिक पार्टिया क्या कुछ तिकड़म नहीं करती हैं, फिर यूपी जैसे बड़े राज्य का चुनाव हो तो बात ही कुछ और है. ऐसे ही पोस्टर वार में एक पोस्टर सामने आया है. बुंदेलखंड के संभागीय मुख्यालय सागर जिले की सीमा से लगे यूपी के ललितपुर जिले में एक पेट्रोल पंप पर लगे पोस्टर बीजेपी सरकार की खिल्ली उड़ा रही है. सोशल मीडिया पर इसे खूब देखा और शेयर किया जा रहा है. जबतक मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार की नींद खुलती, तबतक तो यह पोस्टर यूपी-एमपी के सीमावर्ती जिलों में अपना संदेश फैला चूका था. हालांकि, अभी तक इसे हटाया नहीं गया है. इस पोस्टर पर लिखा हुआ है कि मध्यप्रदेश से 7 रुपए सस्ता डीजल यहां मिलता है.
ईनाडु इंडिया के अनुसार, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री की नीतियों की खामियों को सपा, कांग्रेस और बसपा यूपी में भुनाने में लगी हुई है. यह पोस्टर मध्यप्रदेश में जमकर वायरल हो रहा है. कहा जा रहा है कि ये पोस्टर बुंदेलखंड के संभागीय मुख्यालय सागर जिले की सीमा से लगे यूपी के ललितपुर जिले में एक पेट्रोल पंप पर लगा हुआ है. इस पोस्टर पर लिखा हुआ है कि मध्यप्रदेश से 7 रुपए सस्ता डीजल यहां मिलता है.
यूपी चुनाव में बड़े-बड़े वायदे कर रही भाजपा के लिए ये पोस्टर किसी मुसीबत से कम नहीं है. जाहिर है कि यूपी-एमपी की सीमा पर लगा यह पोस्टर ग्राहकों को लुभाने के साथ यह संदेश भी दे रही कि बीजेपी शासित राज्य में पेट्रोल और डीजल महंगा मिलता है.
इस मामले पर भाजपा प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल कहते हैं कि राज्य सरकार विकास कार्यों और गरीब कल्याण लिए अतिरिक्त करों का निर्धारण कर पैसों का इंतजाम करती है. इस लिए पेट्रोल-डीजल महंगा है.
बता दें कि शिवराज सरकार ने अपनी माली हालत ठीक करने के लिए पेट्रोल पर 31 प्रतिशत और डीजल पर 27 प्रतिशत वैट बढ़ानया है. इन दोनों प्रोडक्ट पर एंट्री टैक्स भी एक-एक प्रतिशत लगता है. मध्यप्रदेश सरकार ने 2016 में चार जनवरी को वैट अधिनियम में संशोधन कर अपना खजाना भरा है. अब भी भर रही है. वैट अधिनियम में संशोधन होने के बाद से पेट्रोल पर प्रति लीटर तीन बार में 2 रुपए और 1-1 कर कुल चार रुपए अतिरिक्त कर लगाया जा चुका है.
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता रवि सक्सेना कहते हैं कि नोटबंदी से महंगाई कम होने का दावा करने वाली मोदी सरकार ने एक ही झटके में रसोई गैस एवं पेट्रोल-डीजल के मूल्यों में बढ़ोत्तरी कर अपने मंसूबे साफ कर दिए हैं.