लखनऊ। उत्तर प्रदेश में चुनाव की तारीखों की घोषणा होने में अब महज कुछ दिनों का दिन बचा है, ऐेसें जिस तरह से सपा के भीतर कलह शुरु हुई है उसने पार्टी कार्यकर्ताओं के सामने मुश्किल खड़ी कर दी है। एक तरफ जहां समाजवादी पार्टी की ओर से 403 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की गई है तो दूसरी तरफ अखिलेश यादव की ओर से भी 235 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी गई है। इस लिहाज से अगर दोनों लिस्ट को जोड़ा जाए तो सपा की ओर से यूपी की कुल 403 विधानसभा सीट के लिए 638 उम्मीदवारों की घोषणा की गई है। समाजवादी पार्टी की लिस्ट जहां तमाम अखिलेश समर्थकों को जगह नहीं दी गई है तो शिवपाल की लिस्ट में कई उन उम्मीदवारों को जगह नहीं दी गई है जिन्हें शिवपाल द्वारा जारी लिस्ट में जगह मिली गई है।
शिवपाल की लिस्ट में राज्यमंत्री पवन पांडेय, कैबिनेट मंत्री अरविंद सिंह गोप, अभिषेक मिश्रा को टिकट नहीं दिया गया है। वहीं बाहुबली नेता अतीक अहमद, पत्नी के हत्यारोपी अमनमणि त्रिपाठी, शिगबेत्तुला अंसरी, गुड्डु पंडित, विनोद पंडित को टिकट दिया गया है। जबकि अखिलेश यादव की लिस्ट में इन सभी का टिकट काट दिया गया है और पवन पांडेय, अरविंद सिंह गोप, अभिषेक मिश्रा को टिकट दिया गया है। यहां गौर करने वाली बात यह है कि जहां शिवपाल यादव ने अभिषेक मिश्रा का टिकट काटकर अपर्णा यादव को टिकट दिया है तो अखिलेश यादव ने अपर्णा यादव का टिकट काटकर अभिषेक मिश्रा को टिकट दिया है। शिवपाल की लिस्ट में मौजूदा विधायकों में सिर्फ 176 विधायकों को जगह मिली है जबकि 54 विधायकों को जगह नहीं दी गई है।
अखिलेश यादव ने जो लिस्ट जारी की है उसके मुताबिक 218 उम्मीदवारों पर मुलायम सिंह और अखिलेश यादव में आपसी सहमति है और यह नाम सपा और अखिलेश की लिस्ट में है। लेकिन बाकी के उम्मीदवारों पर अखिलेश यादव ने अपनी सहमति नहीं दी है। मुलायम सिंह यादव द्वारा जारी सपा की लिस्ट में 107 नामों पर अखिलेश यादव सहमत नहीं है, जिसके चलते दोनों ही खेमों में विवाद मचा हुए है। यहां गौर करने वाली बात यह भी है कि एक तरफ जहां अखिलेश यादव चुनाव से पहले कांग्रेस के साथ गठबंधन के पक्ष में हैं तो दूसरी तरफ मुलायम सिंह यादव गठबंधन के पक्ष में नहीं हैं, यही नहीं दोनों के बीच मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा को लेकर भी मतभेद है।
अखिलेश की लिस्ट में 216 मौजूदा विधायकों को टिकट दिया गया है जबकि 10 विधायकों को शिवपाल के करीबी होने के चलते टिकट नहीं दिया गया है। अखिलेश की लिस्ट में गायत्री प्रजापति का नाम नहीं है, इसके अलावा नारद राय, ओम प्रकाश सिंह, शादाब फातिमा को भी अखिलेश यादव ने अपनी लिस्ट में जगह नहीं दी है। इन सभी लोगों को शिवपाल यादव का करीबी माना जाता है और इन्हें सपा की लिस्ट में जगह मिली है।