यूपी- दारोगा ने रिवॉल्वर के बल पर किया बलात्कार, रेप के दौरान बनाए अश्लील वीडियो

उत्तर प्रदेश में हमीरपुर जिले की एक महिला ने मौदहा कोतवाली में तैनात रहे एक उपनिरीक्षक (दारोगा) पर उसके साथ तीन साल तक रेप करने का केस दर्ज कराया है. आरोपी दारोगा रेप के दौरान बनाए अश्लील वीडियो के जरिए उसे ब्लैकमेल करके हवस का शिकार बनाता रहा. पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई है.

पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार पी. ने मंगलवार को बताया कि मौदहा कस्बे की रहने वाली एक 27 साल की महिला ने कोतवाली में तैनात उपनिरीक्षक (एसआई) पुरुषोत्तम नारायण तिवारी के खिलाफ अश्लील वीडियो बनाकर तीन साल तक रेप करने का केस सोमवार को दर्ज कराया है. आरोपी इस समय गोरखपुर में तैनात है.

तहरीर के मुताबिक, उन्होंने बताया कि पीड़िता ने तीन साल पहले रंजिश के एक मामले में मुकदमा दर्ज कराया था, जिसकी जांच आरोपी एसआई को सौंपी गई थी. इसी जांच की आड़ में एसआई का आना-जाना पीड़िता के घर रहा. इसी दौरान एसआई ने पहली बार रिवॉल्वर का डर दिखाकर उसके साथ रेप किया.

इस दौरान उसे घटना का वीडियो बना लिया था. इसी वीडियो को वायरल करने की धमकी देकर वह तीन साल तक उसके साथ रेप करता रहा. एसपी ने बताया कि एसआई के खिलाफ आईपीसी की संबंधित धाराओं में केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी गई है. इस मामले से गोरखपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को अवगत कराया गया है.

बताते चलें कि इसस पहले भी खाकी को दागदार करने वाले कई मामले सामने आ चुके हैं. पिछले साल रामपुर जिले में नशे में धुत एक दरोगा ने एक नाबालिग बच्ची के साथ रेप करने की कोशिश की, लेकिन ग्रामीणों ने दरोगा को रंगे हाथ पकड़ लिया. यह घटना चौकी के अंदर की है. शिकायत के बाद आरोपी दरोगा को ससपेंड कर दिया गया.

बताया गया कि रामपुर के भंवरका इलाके में रात को आरोपी दरोगा तेजवीर सिंह 6 वर्षीय पीड़िता को बहला फुसला कर चौकी परिसर में ले गया. इसके बाद नशे में धुत आरोपी पीड़िता के साथ रेप करने की कोशिश करने लगा. नाबालिग बच्ची ने बचने के लिए चिल्लाना शुरू कर दिया. आवाज सुनकर पहुंचे लोगों ने देखा कि दरोगा निर्वस्त्र पड़ा हुआ है.

वह मासूम से रेप की कोशिश कर रहा है. इसके बाद ग्रामीणों ने दरोगा को पकड़ लिया. सूचना मिलते ही पुलिस अधिकारियों ने आनन-फानन में आरोपी दरोगा को सस्पेंड कर इस मामले की तत्काल जांच करने के आदेश दे दिए. आरोपी को कोर्ट में पेश किया गया, जहां इसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा दिया गया.