उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में पुलिस ने पांच युवकों के एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर बेरोजगार युवकों को ठग रहा था. इस गिरोह का कथित सरगना आगरा की भाजपा विधायक हेमलता दिवाकर का भतीजा है. इस गिरोह में आगरा, दिल्ली व कानपुर के युवक शामिल हैं. पुलिस ने इनके पास से कई बेरोजगारों की डिग्रियां, कुछ अन्य कागजात, 47 हजार रुपए नकदी व ‘उत्तर प्रदेश सरकार’ लिखी स्विफ्ट डिजायर कार (यूपी 80 सीवी 2401) बरामद की है.
मामले का खुलासा होने पर विधायक ने अपने भतीजे को निर्दोष बताते हुए सारी करतूत का जिम्मा उसके दोस्त हिमांशु पर फोड़ा है. उनका कहना है कि अमित तो एक साधारण कोचिंग चलाता है.
हिमांशु नाम के युवक ने उससे कहा था कि कोचिंग में पढ़ने वाले छात्रों की नौकरी लगवा देगा. फ्रॉड हिमांशु ने किया और अमित को फंसा दिया. फिलहाल, पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज ने बताया, ‘एक गुप्त सूचना के आधार पर कोतवाली क्षेत्र से पांच युवकों को गिरफ्तार किया गया है. इनके पास से 47 हजार रुपये और कागजात बरामद मिले हैं.
उन्होंने बताया, ‘पकड़े गये आरोपियों में से अमित कुमार नाम का युवक कोचिंग सेंटर चलाता है. वह आगरा (ग्रामीण) विधायक हेमलता दिवाकर का भतीजा है. अन्य चार आरोपियों में दिल्ली निवासी सिकन्दर, आगरा का गौतम व शकील, कानपुर नगर का रामकुमार है.’