पटना : जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज कहा कि उत्तर प्रदेश का चुनाव एक राज्य विशेष का चुनाव है, यहाँ महागंठबंधन नहीं होगा, किसी भी दल का किसी के साथ गंठबंधन ही हो सकता है. अगर सपा और बसपा एक साथ चुनाव लड़ेंगी तो वहां महागंठबंधन हो सकता है लेकिन ऐसा संभव नहीं लगता है. जदयू ने यूपी के पांच प्रमंडलों में सभाएं की है. उसे जनसमर्थन मिला है. अन्य जगहों पर भी जदयू पहले से मजबूत है.
प्रभात खबर के अनुसार, गठबंधन को लेकर नीतीश कुमार ने कहा कि गंठबंधन के लिए कांग्रेस से कोई बातचीत नहीं हुई है. वे बड़ी और पुरानी पार्टी है. जो बातचीत होगी उसके लिए कांग्रेस को ही पहल करनी होगी. उन्हें अन्य पार्टी की सहयोग की आवश्यकता है या नहीं, यह देखना होगा. फिलहाल कांग्रेस से कोई चर्चा नहीं है.
उनहोंने आगे कहा कि संघ मुक्त भारत का हमने नारा दिया है, यूपी चुनाव में आगे क्या हो सकता है, किसी संभातवना से इनकार नहीं किया जा सकता है. वैसे हम झारखंड में भी झाविमो से मिल कर काम कर रहे हैं. पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी, ओडिशा में नवीन पटनायक से बातचीत होती रहती है. देश के बड़े मुद्दों पर हम एक हैं और राजनीतिक रूप से इस पर कोई चर्चा नहीं है.
सपा में विवाद पर उनहोंने कहा कि मुलायम सिंह यादव सीनियर और देश के बड़े नेता हैं. अपने अनुभव के आधार पर समस्या के समाधान का काम करेंगे.
हमलोग इसमें नहीं पड़ना चाहते.
पांच नवंबर को समाजवादी पार्टी के होने वाले समारोह में सपा के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव की ओर से निमंत्रण मिला है, लेकिन पटना में मेरे आवास पर छठ महापर्व होगा. इसमें पटना से बाहर रहना मेरे लिए संभव नहीं है. इस मामले पर आरएलडी के अजीत सिंह से भी चर्चा हुई है. सपा के समारोह में पार्टी की ओर से किसी के जाने का निर्णय बातचीत कर लिया जायेगा. अभी समय है, फैसला हो जायेगा.