यूपी में जल्द से जल्द राष्ट्रपति शासन लगाए केंद्र सरकार: मायावती

उत्तर प्रदेश में बसपा अध्यक्ष मायावती ने सपा सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए केन्द्र से प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग करते हुए कहा कि अगर केंद्र ने ऐसा नहीं किया तो आने वाले विधानसभा चुनाव में जनता बीजेपी सरकार को बिल्कुल माफ नहीं करेगी। सपा सरकार के राज में असामाजिक, माफिया और साम्प्रदायिक तत्वों का हौसला इस कदर बढ़ गया है कि वे दिनदहाड़े पुलिसकर्मियों की जान तक ले रहे हैं।  आज आम जनता के साथ पुलिस और अन्य सरकारी कर्मचारी जितने असुरक्षित हैं, उतने पहले कभी नहीं थे। अखिलेश यादव कहते है कि सपा सरकार अपराध नियंत्रण और कानून-व्यवस्था के मामले में बहुत गम्भीर है लेकिन अगर ऐसा वाकई में होता तो वह अपने मंत्रिमण्डल में शामिल सभी आपराधिक छवि वाले मंत्रियों को बाहर निकाल देते लेकिन वह हरगिज ऐसा नहीं करेंगे क्योंकि वह अच्छे से जानते है कि अगर ऐसा हुआ तो सपा खाली और खोखली हो जाएगी।  यह परिवार अपना अस्तित्व बचाने में जुटा है। बीजेपी पर हमला करते हुए मायावती ने कहा कि मोदी कहते है कि प्रदेश में आकर यहाँ  विकास करेंगे और यहां की गरीबी को दूर करने की बढ़-चढ़कर बातें कर रहे हैं। लेकिन सच तो ये है कि सपा और बीजेपी की मिलीभगत के कारण ही साम्प्रदायिक सौहार्द का माहौल खराब हो रहा है।  मुजफ्फरनगर में बीजेपी विधायक और सपा के एक नेता षड्यंत्र रचने जा रहे हैं कि प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले साम्प्रदायिक दंगे कराये जाएं, ताकि उसकी आग पूरे प्रदेश में फैल जाए और उसका सियासी फायदा उठाया जा सके।
जनता मोदी से जानना चाहती है कि   2014 के लोकसभा चुनाव में जो वादे किये थे,  उन वादों का क्या हुआ। जमा काला धन वापस लाकर प्रत्येक नागरिक को देने को कहा गया था, वह जनता को अच्छी तरह याद है।  प्रदेश में बसपा का टिकट लेने और अपनी पार्टी के विधायकों को बसपा में जाने से रोकने के लिये मीडिया के जरिये घिनौने हथकंडे अपना रही है इसलिए बसपा के नेता सावधान  रहें।