पटना : उत्तर प्रदेश में भी भाजपा को हुकूमत में आने से रोकने के लिए जदयू ने कई पार्टियों को मिला कर अज़ीम इत्तिहाद बनाने पर राजी कर लिया है। कौमी लोकदल, जदयू, अपना दल और पीस पार्टी के दरमियान तकरीबन मंजूरी बन गयी है। वज़ीरे आला नीतीश कुमार की कियादत में इन पार्टियों ने इन्तिखाब लड़ने पर मंजूरी भी जता दी है। इस सिलसिले में बुध को कई लीडरों ने नीतीश से मुलाकात की। मुलाकात करने वालों में आप पार्टी के सदर कृष्णा पटेल, पीस पार्टी के डॉ अयुब अंसारी, आम आदमी पार्टी के लीडर व साबिक एमपी इलियास आजमी, उत्तर प्रदेश के साबिक सेक्रेट्री अनीस अंसारी वगैरह अहम् हैं। दोपहर को रालोद के कौमी सदर अजित सिंह के इनवीटीशन पर जदयू सदर शरद यादव, नीतीश कुमार, केसी त्यागी और आरसीपी सिंह ने उनके रिहाईशगाह पर जाकर बातचीत की।
अजित सिंह के साथ उनके बेटे व साबिक एमपी जयंत चौधरी भी मौजूद रहे। सभी लीडरों ने अज़ीम इत्तिहाद में दीगर पार्टियों को शामिल करने और मिलकर इन्तिखाब लड़ने पर मंजूरी जतायी। वज़ीरे आला से जुमेरात को आल इंडिया ST SC और पसमांदा यूनियन के ओहदेदारों के भी मिलने का प्रोग्राम है। जदयू यूपी में सेक्युलर पार्टियों को एक साथ करने के साथ ही वोटों के बिखराव को रोकने की सिम्त में काम को आगे बढ़ाना चाह रहा है।
जुमेरात को भी यूपी से कई पार्टी के ओहदेदार और पार्टी लीडर वज़ीरे आला से मिलने के लिए दिल्ली रवाना हो चुके हैं। उन सबों से बातचीत के बाद एक तौसिह रिपोर्ट तैयार कर उस पर अमल किया जायेगा। यह पूछे जाने पर कि अबतक किन पार्टियों के साथ मिलकर इन्तिखाब लड़ने पर मंजूरी बन पायी है, त्यागी ने कहा कि रालोद, जदयू, अपना दल और पीस पार्टी में मंजूरी बन चुकी है। कुछ और पार्टियों के साथ बातचीत चल रही है, जिसका खुलासा जल्द ही किया जायेगा।